न्यूज़ डेस्क
बीजेपी के दिग्गज नेता गडकरी को अभी तक बीजेपी की तरफ से टिकट फाइनल नहीं हुआ है। दाग़करी नागपुर से राजनीति करते हैं और मौजूदा समय में वे नागपुर से ही सांसद हैं। वे संघ के भी काफी करीब हैं और बीजेपी के बड़े नेताओं में शुमार हैं। फिलहाल केंद्र सरकार में सड़क मंत्री है। लेकिन बीजेपी के भीतर चल रही आपसी गुटवाजी की वजह से अभी तक उन्हें टिकट नहीं मिला है।
कहा जा रहा है कि मोदी और गडकरी के बीच राजनीतिक सरोकार ठीक नहीं हैं। ऐसे में एक बार फिर से उद्धव ठाकरे ने गडकरी को एमवीए के साथ आने का न्योता दिया है और कहा है कि बीजेपी में और अपमान मत झेलिये। आप इधर आएं और अपनी जीत को सुनिश्चित कीजिये। पूर्वी महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के पुसद में एक रैली में ठाकरे ने कहा कि कृपाशंकर सिंह जैसे लोगों का नाम, जिन्हें बीजेपी (कथित भ्रष्टाचार को लेकर) निशाना बनाती थी, प्रधानमंत्री मोदी के साथ बीजेपी के उम्मीदवारों की पहली सूची में शामिल था लेकिन गड़करी का नाम गायब था।
ठाकरे ने कहा, ‘‘मैंने यह बात दो दिन पहले गडकरी से कही थी और मैं इसे दोहरा रहा हूं। यदि आपका अपमान किया जा रहा है, तो बीजेपी छोड़ दें और महा विकास आघाडी (एमवीए) में शामिल हो जाएं। हम आपकी जीत सुनिश्चित करेंगे। जब हमारी सरकार सत्ता में आएगी तो हम आपको मंत्री बनाएंगे और यह शक्तियों वाला पद होगा।’’
इस बीच, ठाकरे ने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के तहत नियमों की अधिसूचना को ‘‘चुनावी जुमला’’ करार दिया। ठाकरे ने कहा कि (पड़ोसी देशों से) भारत आने वाले हिंदुओं, सिखों, पारसियों और अन्य लोगों का स्वागत है, लेकिन अधिसूचना का समय संदेह पैदा करता है क्योंकि चुनाव कार्यक्रम जल्द ही घोषित किए जाएंगे।
ठाकरे ने कहा कि आने वाले चुनाव में एक तरफ भाजपा है, जो धर्मों के बीच दुश्मनी पैदा कर रही है और संविधान बदलना चाहती है तथा दूसरी तरफ ‘इंडिया’ गुट है, जो देशभक्तों का गठबंधन है। उन्होंने कहा, ‘‘यह चुनाव देश भक्त और द्वेष भक्त के बीच होगा।’’