न्यूज़ डेस्क
सनातन पर विवादित बयान देने के बाद तमिलनाडु के मंत्री उड्यनिधि स्टालिन की मुश्किलें अब बढ़ती जा रही है। कई राज्यों में उनके खिलाफ मामला दर्ज होता जा रहा है /पहले उत्तर भारत के यूपी और बिहार में मामला दर्ज किया गया। फिर दिल्ली में भी एक केस दर्ज हुआ और अब महाराष्ट्र में भी स्टालिन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
मुंबई में धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में आईपीसी की धारा 153A और 295A के तहत मामला दर्ज किया गया। पूर्व कानून मंत्री और बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने देश में सनातन धर्म का हो रहे अपमान को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला है। रविशंकर ने कांग्रेस के साथ साथ विपक्ष गठबंधन इंडिया को भी सनातन विरोधी कहा है। धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया है।
तमिलनाडु के कैबिनेट मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर विवादित बयान देने के बाद उनके खिलाफ पहले दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार में एफआईआर दर्ज कराई गई है। यह मामला अभी शांत होता नजर नहीं आ रहा है। अब अब उदयनिधि के खिलाफ मुंबई से सटे मीरा रोड पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज हुई है। डीएमके नेता के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 ए (धर्म, जाति और भाषा के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता बढ़ाने) और 295ए के आरोप में मामला दर्ज किया है।
उदयनिधि स्टालिन और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियंक खड़गे के खिलाफ उत्तर प्रदेश के रामपुर में एफआईआर दर्ज हुई है। सीनियर वकील हर्ष गुप्ता और राम सिंह लोधी ने रामपुर की कोतवाली सिविल लाइंस में धार्मिक भावनाएं आहत होना का मामला दर्ज करवाया है। हर्ष गुप्ता ने कहा कि उदयनिधि और प्रियंक के भाषण से हमारी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।
यूपी के अलावा देश की राजधानी दिल्ली में भी उदयनिधि के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। हिंदू सेना ने उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ दिल्ली पुलिस कमिश्नर से शिकायत की थी। एफआईआर में कहा गया है कि डीएमके नेता ने सनातन धर्म का अपमान किया है। पत्र में उनके खिलाफ FIR दर्ज किए जाने की मांग की गई। इसके अलावा, इसी मामले में बिहार में मुजफ्फरपुर चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट कोर्ट में भी उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है।
तमिलनाडु के खेल और युवा मामलों के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की डेंगू और मलेरिया से तुलना कर इसको खत्म करने की बात कही थी। दो सितंबर को सनातन उन्मूलन सम्मेलन में उदयनिधि ने कहा था कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते, उन्हें मिटाना है। इसी तरह सनातन को भी मिटाना है। विवादित बयान के बाद भी वे अपनी बात पर अडे हुए है।


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