कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच तरह-तरह के आरोप और प्रत्यारोप तो चुनाव के पहले से ही चल रहा था।अब धीरे-धीरे यह तोड़फोड़ और हिंसा में भी बदलने लगा है।रविवार देर रात कांग्रेस कार्यालय के बाहर तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया गया। कांग्रेस तोड़ – फोड़ की इस घटना के लिए भारतीय जनता पार्टी को दोषी ठहरा रही है। कांग्रेस का मानना है कि अमेठी से लोकसभा चुनाव में अपनी आसन्न हार को देखकर, भारतीय जनता पार्टी तोड़ – फोड़ की घटना जैसी नीच हरकत करने पर उतर आई है।
हार के डर से बौखलाई बीजेपी
यूपी कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर लिखा कि हार के डर से बीजेपी बौखला गई है। अमेठी में प्रशासन की मौजूदगी में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जिला कार्यालय के बाहर खड़ी दर्जनों गाड़ियों में तोड़फोड़ की है। जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल कांग्रेस कार्यालय में ही मौजूद थे। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ उपद्रवियों को वहां से भगाने का काम किया, लेकिन पुलिस हर बार की तरह तमाशबीन बनी रही।आगे कांग्रेस की ओर से कहा गया कि बीजेपी अपनी हार पहले ही मान चुकी है तभी इतनी नीचता और ओछी हरकतों पर उतर चुके हैं। याद रहे कि कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी के ‘बब्बर शेर’ किसी से नहीं डरते हैं।अपने इस पोस्ट के साथ कांग्रेस ने तोड़फोड़ का वीडियो भी पोस्ट किया है।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा-पुलिस बनी रही मूकदर्शक
इधर, कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने आरोप लगाया कि पुलिस मूकदर्शक बनी रही, जबकि बीजेपी कार्यकर्ता अपनी गुंडागर्दी करते रहे। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि हवा बदल गई है, गाड़ियां तोड़ने से समस्या का समाधान नहीं होने वाला है। सुप्रिया श्रीनेत की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए अमेठी पुलिस ने कहा कि गौरीगंज थाने पर प्राप्त शिकायत के आधार पर संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है और कानूनी कार्रवाई की जा रही है।