अखिलेश अखिल
छत्तीसगढ़ के बाद आज संभवतः मध्यप्रदेश के सीएम के नाम की घोषणा हो जाए। बीजेपी के नए विधायकों की आज बैठक भोपाल में हो रही है। इस बैठक में डेली से भेजे गए तीन पर्यवेक्षक भी शामिल हो रहे हैं। करीब चार बजे यह बैठक होगी और माना जा रहा है कि आज सूबे को कोई नाम सीएम के रूप में मिल जयेगा। सूबे में लड़ाई को तै नेताओं के बीच है। लेकिन राजयोग किसके साथ है यह आज ही तय होगा। एक तारा शिवराज सिंह मंदिर -मंदिर भगवान् के चरणों में लेटते नजर आ रहे हैं तो दूसरी तरफ प्रह्लाद भी मंदिरो की परिक्रमा करने से नहीं चूक रहे हैं। लग रहा है मानो दो नेताओं के बीच में सबसे जिद धार्मिक कौन है यह दिखने की होड़ लगी हुई है।
लेकिन बीजेपी ने अभी तक किसे के नाम पर कोई पत्ता नहीं खोला है। बीजेपी के भीतर सब कुछ पहले से ही तय होता रहा है। संघ जिसके बारे में निर्णय लेगा वही होगा। इस बार संघ ने मेहनत की थी। बीजेपी को जितनी बड़ी जीत हुई है उसकी कल्पना बीजेपी ने भी नहीं की थी। लेकिन परिणाम आये और बीजेपी चौंक गई। अब सरकार बनाने की बारी है और सीएम की खोज चल रही है।
विधायक दल की बैठक के लिए विधायकों को भेजी गई आधिकारिक चिट्ठी में बताया गया है कि तीन बज कर 50 मिनट पर बैठक शुरू होगी। उससे पहले साढ़े तीन बजे सभी नए विधायकों की ग्रुप फोटो खींची जाएगी। विधायक दल की बैठक से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और सीएम पद के दावेदार माने जा रहे प्रहलाद पटेल ने कई मंदिरों में पूजा की तो जबलपुर के विधायक व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने दिल्ली में ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की।
विधायक दल की बैठक के लिए जारी कार्यक्रम के अनुसार दोपहर एक से तीन बजे तक पंजीयन और दोपहर का भोजन होगा। दोपहर बाद साढ़े तीन बजे से विधायक दल की ग्रुप फोटो होगी और तीन बज कर 50 मिनट से विधायक दल की बैठक शुरू हो जाएगी। पार्टी के महासचिव और कार्यालय प्रभारी की ओर से विधायकों को ये निर्देश जारी किए गए हैं कि वे अपने सुरक्षाकर्मी को कार्यालय में एंट्री देने के लिए अनुरोध न करें।
इस बीच शिवराज सिंह चौहान को एक बार फिर मुख्यमंत्री बनाने के लिए बैतूल जिले के 130 गांवों में अनुष्ठान हो रहे हैं। 10 हजार घरों में सुंदरकांड के पाठ हो रहे हैं। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को पत्नी साधना सिंह के साथ भोपाल के करुणाधाम पहुंचे। वहां उन्होंने हवन पूजन किया। बाद में खंडवा में संत सिंगाजी महाराज की समाधि पर गए। प्रहलाद पटेल दमोह के फतेहपुर में अजब धाम में पूजा की।
उधर नरेंद्र सिंह तोमर ,सिंधिया के साथ ही कई और नेता सीएम बनाने की होड़ में शामिल है लेकिन कोई कुछ बोल नहीं रहा है। उम्मीद की जनि चाहिए की आज मध्यप्रदेश को कोई न्य चेहरा मिल जाएगा। हालांकि शिवराज सिंह किसी भी सूरत में सीएम बनने को तैयार हैं लेकिन बीजेपी ऐसा नहीं चाहती। बीजेपी अगर यही चाहती तो शिवराज के नाम की घोषणा पहले ही करती। ऐसे में आज जो भी घोषणा की जाएगी वह भी अद्भुत ही हो सकता है।

