बीरेंद्र कुमार झा
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया पर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर एक बार फिर हमला बोला है।महुआ मोइत्रा एक टीवी चैनल पर इंटरव्यू के दौरान अपने खिलाफ लगाये गए आरोप का खंडन करते नजर आ रही है, जिसको लेकर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने प्रतिक्रिया दी है।उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि टीएमसी सांसद के पास टीवी चैनलों में जाकर इंटरव्यू देने का वक्त है, लेकिन लोकसभा के आचार समिति के समक्ष पेश होने का वक्त नहीं है। गौरतलब है कि महुआ मोइत्रा ने पिछले दिनों इंडिया टुडे को एक इंटरव्यू दिया है।इसमें उन्होंने बातचीत के दौरान कहा कि उन्होंने पासवर्ड दर्शन हीरानंदानी को दिया था,क्योंकि ऐसा कोई नियम नहीं है कि कौन लॉगिन कर सकता है, और कौन नहीं !कैश फॉर क्वेरी विवाद के तूल पकड़ने के बाद महुआ मोइत्रा ने इस बात को सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया।
सोशल मीडिया पर क्या लिखा बीजेपी सांसद ने
मीडिया पर महुआ मोइत्रा की विस्तृत बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि संसदीय समिति की गरिमा बनाए रखने के लिए उन्होंने इस मुद्दे पर कभी मीडिया से बात नहीं की। आरोपी के पास समिति के पास जाने का समय नहीं है, लेकिन मीडिया को इंटरव्यू देने के लिए काफी वक्त है।उन्होंने कहा कि कृपया संसद को निर्णय लेने दे ।
दर्शन हीरानंदानी को पैसे देने की कोई जरूरत ही नहीं
एक इंटरव्यू में सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा की दर्शन हीरानंदानी को पैसे देने की जरूरत नहीं है, अदानी के संबंध में प्रश्न करने के लिए तो बिल्कुल नहीं, क्योंकि मैं खुद अदानी को लेकर प्रश्न पूछती हूं ।उन्होंने कहा कि दर्शन हीरानंदानी देशभक्त नहीं है, तो उन्हें उत्तर प्रदेश में 30,000 करोड रुपए का कारोबार करने की अनुमति क्यों दी गई है। टीएमसी सांसद ने कहा कि उनका मेरे सांसद लॉगिन तक पहुंचना एक सुरक्षा मुद्दा है, जबकि प्रति संसद 10 व्यक्तियों का लॉगिन आईडी समान है।ऐसा क्यों ?
ममता बनर्जी को मेरा बचाव करने की जरूरत नहीं
अपने मुद्दे पर टीएमसी की चुप्पी पर भी सांसद महुआ मोइत्रा ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा की पार्टी अपने मुद्दों पर काम कर रही है।पार्टी दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करने वाली है। इन फालतू चीजों में पार्टी को पड़ने की जरूरत नहीं है। ममता बनर्जी को मेरे बचाव में उतरने की जरूरत नहीं है। मैं खुद इस मामले से निपटने में सक्षम हूं।
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि उनके खिलाफ पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के बीजेपी के आरोप विफल हो गए हैं,क्योंकि उनके पास इसका कोई सबूत नहीं है। महुआ मोइत्रा ने सवाल किया की संदिग्ध एफपीआई के स्वामित्व वाले अदानी को बंदरगाहों और हवाई अड्डों को खरीदने की मंजूरी कैसे मिल गई।
आचार समिति ने महुआ मोइत्रा से 2 नवंबर को पेश होने को कहा
गौरतलब है कि लोकसभा की आचार समिति ने पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने से जुड़े आरोपों के मामले में 5 नवंबर के बाद उन्हें बुलाने का अनुरोध अस्वीकार कर दिया है। समिति ने उनकी पेशी की तारीख पूर्व निर्धारित तिथि से दो दिन आगे खिसकाकर 2 नवंबर कर दिया है। गौरतलब है कि महुआ मोइत्रा ने उन पर लगी आरोप की जांच कर रही आचार समिति को शुक्रवार को पत्र लिखा था और कहा था कि वह बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोप के मामले में अपने पूर्व निर्धारित कार्य के चलते समिति के समक्ष 31 अक्टूबर को उपस्थित नहीं हो पाएगी।उन्होंने कहा था कि वह 5 नवंबर के बाद ही पेश हो सकेगी।