न्यूज़ डेस्क
चीन में जो कुछ हुआ है उसके कई मायने निकाले जा सकते हैं। जिनपिंग चीन के तीसरी बार राष्ट्रपति चुने गए हैं ,चीन में हुए इस ऐलान के बाद दुनिया की की नजरे अब जिनपिंग के उस सम्बोधन पर टिकी है जो वे सोमवार को कहने वाले हैं। सोमवार को जिनपिंग संसदीय कमिटी को भी संबोधित करेंगे और मीडिया को भी। जिनपिंग आधिकारिक तौर पर अपना पद भार भी आज ग्रहण कर लिया है। जिनपिंग को सेंट्रल मिलिट्री कमीशन का भी अध्यक्ष चुना गया है। जाहिर है भारत की निगाह भी चीन पर टिकी रहेगी।
बता दें कि यह पहली बार है कि कोई नेता लगातार तीसरी बार देश का राष्ट्रपति चुना गया है। बीते साल अक्टूबर में चीन की पीपल्स पार्टी की सालाना नेशनल पीपल्स कांग्रेस का आयोजन किया गया था। उसी नेशनल पीपल्स कांग्रेस में शी जिनपिंग को सर्वोच्च नेता चुना गया था। शुक्रवार को जिनपिंग ने आधिकारिक तौर पर अपना पद संभाल लिया।
राष्ट्रपति चुने जाने के बाद शी जिनपिंग सोमवार को पार्टी की संसदीय बैठक को संबोधित करेंगे। वहीं सोमवार शाम में ही शी जिनपिंग पत्रकारों से बात करेंगे। इस हफ्ते की शुरुआत में ही चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने एक ड्राफ्ट प्लान पेश किया था, जिसमें बताया गया है कि कम्युनिस्ट पार्टी सरकार पर अपना सीधा नियंत्रण बढ़ाने वाली है। अक्टूबर में हुई कम्युनिस्ट पार्टी की सालाना कांग्रेस में ही शी जिनपिंग ने अपनी नई टीम का चुनाव भी किया था। जिसके तहत ली कियांग को चीन का नया प्रधानमंत्री चुना गया था। साथ ही ली शी, डिंग जुएक्सियांग और काई क्यूई को भी जगह दी गई है।
शी जिनपिंग के सत्ता में आने से पहले चीन के राष्ट्रपति पांच साल के दो कार्यकाल या अधिकतम 68 साल की उम्र तक ही राष्ट्रपति रह सकते थे लेकिन साल 2013 में सत्ता में आए शी जिनपिंग ने इस नियम को खत्म कर दिया। यही वजह है कि शी जिनपिंग 69 साल के होने और दो कार्यकाल सफलतापूर्वक कर लेने के बाद भी तीसरी बार अभूतपूर्व तरीके से देश के राष्ट्रपति चुने गए।
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