बीरेंद्र कुमार झा
संसद के विशेष सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सत्र के एजेंडे के बारे में बता दिया है।उन्होंने कहा कि सत्र छोटा है,पर महत्वपूर्ण है।वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि अनेक प्रकार से महत्वपूर्ण है यह सत्र। मैं सभी सांसदों से आग्रह करता हूं कि छोटा सत्र है, ज्यादा से ज्यादा उनका समय मिले।उमंग और उत्साह के वातावरण में मिले। रोने धोने के लिए बहुत समय होता है। करते रहिए।जीवन में कुछ पल ऐसे भी होते हैं जो उमंग से भर देते हैं। गौरतलब है कि सत्र को लेकर विपक्ष पहले से ही सवाल खड़े कर रहा है। यह सत्र आज 18 सितंबर से शुरू होकर 22 सितंबर तक 5 दिनों के लिए चलेगा।
चंद्रयान और जी – 20 से की बात की शुरुआत
संसद सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रयान-3 और हाल ही में संपन्न हुए जी-20 शिखर सम्मेलन का जिक्र किया। उन्होंने कहा मून मिशन की सफलता चंद्रयान-3 हमारा तिरंगा फहरा रहा है।शिव शक्ति पॉइंट नई प्रेरणा का केंद्र बना है।तिरंगा पॉइंट हमें गर्व से भर रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि जी-20 सम्मेलन हमारे देश की विविधता का उत्सव बन गया है।भारत हमेशा गर्व करेगा कि हम ग्लोबल साउथ की आवाज बने। अफ्रीकन यूनियन को स्थाई सदस्यता डिक्लेरेशन पर सहमति भारत के उज्जवल भविष्य का संकेत दे रही है।
सबसे छोटा पर बेहद अहम है यह सत्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भले ही यह सत्र छोटा है।लेकिन यह सत्र ऐतिहासिक फैसलों का सत्र है। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों पर तंज भी कसा कि रोने – धोने के लिए और भी समय है। उन्होंने विपक्षी दलों के सांसदों से सत्र को सफल बनाने और सदन में समय देने की अपील की। गौरतलब है कि सत्र के शुरू होते ही संसद में हंगामा शुरू हो गया था।
नए संसद भवन में प्रवेश पर बोले मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं आशा करता हूं की पुरानी बुराइयों को छोड़कर और अच्छाइयों को साथ लेकर हम नए सदन में प्रवेश करेंगे। नए सदन में अच्छाइयों की मूल्यवृद्धि में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे। कल गणेश चतुर्थी का पर्व है।ये विघ्नहर्ता देवता हैं। अब भारत की विकास यात्रा में कोई विघ्न – बाधा नहीं रहेगा।अब भारत निर्विधन अपने सारे सपनों को चरितार्थ करेगा। इसलिए यह सत्र छोटा होते हुए भी काफी मूल्यवान है।