फलों में सेहत का खजाना छिपा होता है यही वजह है कि डॉक्टर्स भी सभी को रोजाना फल खाने की सलाह देते हैं। अगर आप अपनी डाइट में फलों को शामिल करते हैं तो इससे कई सारी बीमारियों से बचाव हो सकता है। फल लाल, पीले, हरे, नीले और भी कई रंगों के होते हैं लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि फलों के रंगों में ही उनके गुण छिपे होते हैं।
फलों में सेहत का खजाना छिपा होता है,यही वजह है कि डॉक्टर्स भी सभी को रोजाना फल खाने की सलाह देते हैं। अगर आप अपनी डाइट में फलों को शामिल करते हैं तो इससे कई सारी बीमारियों से बचाव हो सकता है। फल लाल, पीले, हरे, नीले और भी कई रंगों के होते हैं लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि फलों के रंगों में ही उनके गुण छिपे होते हैं।
लाल फल और सब्जियां में एक प्रकार के फाइटोन्यूट्रिएंट्स कैरोटेनॉयड्स होते हैं। ये कैरोटेनॉयड्स टमाटर, सेब, चेरी, तरबूज, लाल अंगूरी, स्ट्रॉबेरी और शिमला मिर्च में पाए जाते हैं। इन्हें एंटीऑक्सीडेंट के रूप में जाना जाता है। लाल फल और सब्जियां सेहत के लिए बहुत ही लाभदायक माने जाते हैं। इसके अलावा यह स्किन हेल्थ और आंखों के लिए भी बहुत ही फायदेमंद होते हैं।
नारंगी और पीले फलों और सब्जियों में भी कैरोटेनॉयड्स होते हैं। लेकिन यह लाल सब्जियों से थोड़े अलग होते हैं। ये गाजर, खुबानी, संतरे और हल्दी में पाए जाते हैं। सब्जियों में भी कैरोटेनॉयड्स होते हैं लेकिन इसके साथ इनमें अन्य फाइटोन्यूट्रिएंट्स भी होते हैं। ये हमारे शरीर में अल्फा और बीटा कैरोटीन, विटामिन ए में परिवर्तित हो जाते हैं। यह आंखों, अच्छी दृष्टि, इम्यूनिटी और स्किन हेल्थ के लिए बेहद जरूरी है।
हरे फलों और सब्जियों में कई फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं जिनमें क्लोरोफिल भी शामिल है। यह एवोकाडो, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, सेब, नाशपाती, ग्रीन टी और पत्तेदार सब्जियों में मौजूद होते हैं। यह फाइटोन्यूट्रिएंट्स ब्लड वेसल्स को अधिक लचीला बनाने में मदद करते हैं जिससे ब्लड फ्लो बेहतर होता है और ब्लड प्रेशर नॉर्मल रहता है। इससे हार्ट और अन्य ब्लड वेसल्स की जटिलताओं और बीमारियों का खतरा कम होता है।
नीले और बैंगनी फलों में एंथोसायनिन रेस्वेराट्रोल जैसे कई प्रकार के फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं। यह ब्लैकबेरी, ब्लूबेरी, अंजीर, आलू बुखारा और बैंगनी अंगूरों में पाए जाते हैं। एंथोसायनिन में एंटीऑक्सीडेंट गुण होता है और यह कैंसर, हार्ट डिजीज और स्टॉक के रिस्क को कम करता है। मेंटल हेल्थ के लिए भी इसके कई फायदे होते हैं। ऐसा माना जाता है कि यह ब्रेन सेल्स के बीच सिग्नलिंग में सुधार करने का काम करता है।
भूरे और सफेद रंगों के फलों और सब्जियों का रंग फ्लेवोन्स नमक फाइटोन्यूट्रिएंट्स के एक समूह द्वारा होता है। इसमें एपिजेनिन, ल्यूटियोलिन आदि शामिल हैं। यह लहसुन, आलू और केले जैसे खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं। इस रंग की सब्जियों खासकर लहसुन में एलिसन नामक एक और फाइटोन्यूट्रिएंट्स पाया जाता है। एलिसन में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरस गुण मौजूद होते हैं। यह ब्लड वेसल्स के फैलाव को बढ़ावा देकर ब्लड प्रेशर को सामान्य रखने में मदद करता है।