बीरेंद्र कुमार झा
राजपाल सह कुलाधिपति सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि झारखंड में कुलपति की नियुक्ति पूरी तरह से पारदर्शी व योग्यता के आधार पर होगी।उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि कुलपति की नियुक्ति के लिए पैसे लिए जाते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अगर मुझे ऐसी जानकारी मिली कि किसी ने कुलपति नियुक्ति के लिए पैसे लिए हैं, तो मैं उसे हटा दूंगा। राज्यपाल ने कहा कि कुलपति अगले कार्यकाल की बात करते हैं,लेकिन इससे पहले उन्हें देखना चाहिए अब तक उनका योगदान क्या रहा है। आप सोचिए और योजना बनाइए। उन्होंने कहा कि मैंने अपने सचिव से कहा है कि विश्वविद्यालय से हर महीने फाइनेंशियल रिपोर्ट मंगाई जाय। उन्होंने कहा कि यह आइडिया मुझे जर्मनी में मिला है।आज भ्रष्टाचार कैंसर के समान होता जा रहा है। किसी भी शिक्षण संस्थान में विकास के लिए भ्रष्टाचार मुक्त वातावरण जरूरी है। राज्यपाल ने ये बातें मंगलवार को राज्य में उच्च शिक्षा के विकास में गुणात्मक परिवर्तन विषय पर आयोजित कार्यशाला में कही।
राजभवन के और से आयोजित है कार्यशाला
राजभवन की ओर से आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में हो रहा है। इस कार्यशाला में राज्य के सभी सरकारी विश्वविद्यालय के कुलपति व अधिकारियों द्वारा उच्च शिक्षा के विकास के लिए तैयार विजन रिपोर्ट पर चर्चा की जानी है।
भविष्य का रोड मैप तैयार करें
राज्यपाल ने कुलपतियों से कहा कि वे भविष्य का ऐसा रोड मैप तैयार करें जिसपर चलकर यहां के विश्वविद्यालय नए मुकाम हासिल कर सके। अनुसूचित जाति,जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों की सहभागिता सुनिश्चित कराएं ।इस अवसर पर राज्यपाल के प्रधान सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी, उच्च युवा तकनीकी शिक्षा सचिव राहुल पुरवार सहित कुलपति व अन्य अधिकारी उपस्थित थे ।मंच संचालन राज्यपाल के ओएसडी डॉक्टर संजीव राय ने किया।
बिल्डिंग नहीं उपलब्धि पर ध्यान दें
राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकार अन्य क्षेत्रों में कटौती करते हुए छात्रहित में विश्वविद्यालय को उनकी आवश्यकता के अनुसार राशि उपलब्ध कराती है, ताकि विद्यार्थियों का भविष्य बन सके। यह विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी है कि इस राशि का उपयोग विद्यार्थियों के भविष्य संवारने में करें।वे बिल्डिंग पर नहीं उपलब्धि पर ध्यान दें। आपका लक्ष्य अपने विश्वविद्यालय को नेशनल नहीं, बल्कि इंटरनेशनल रैंकिंग दिराना होना चाहिए। उन्होंने कहा कि शांतिनिकेतन को देखिए उसके पास बिल्डिंग नहीं है,लेकिन वहां से कई स्कॉलर निकले हैं। आपके पास बिल्डिंग और ऑडिटोरियम है,लेकिन उसका कितना योगदान है। आप सभी से मुझे रिजल्ट चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि मैं विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में भी जाऊंगा। वहां अपनी बात भी रखूंगा। मुझे आप सभी से रिजल्ट चाहिए। अपने एकेडमीक कैलेंडर बनाया है। देखना यह है कि आप उसका कितना पालन कर रहे हैं। अगले साल से अगर आप एकेडमिक कैलेंडर फॉलो नहीं करते हैं तो आप मेरा दूसरा रूप देखेंगे ।