साइबर फ्रॉड के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में दूरसंचार विभाग ( DoT) ने मोबाइल नंबरों से होने वाले Online Fraud पर रोक लगाने के लिए साइबर सुरक्षा नियमों को और सख्त करने का प्रस्ताव रखा है। इसके लिए DoT एक नया मोबाइल नंबर वेरिफिकेशन प्लेटफॉर्म (MNV प्लेटफॉर्म) ला सकता है।इस प्लेटफॉर्म के जरिए टेलीकॉम कंपनियों से लेकर ई-कॉमर्स कंपनियां, वित्तीय संस्थाएं और बैंक जैसी संस्थाएं ग्राहकों के नंबर या पहचान को वेरिफाई कर सकेगी, ताकि ऑनलाइन धोखाधड़ी जैसे एक्टिविटी पर रोक लग सके।
दूरसंचार विभाग द्वारा लाए जा रहे MNV प्लेटफॉर्म के जरिए ग्राहकों के मोबाइल नंबर को ऑनलाइन और रियल टाइम वेरिफाई किया जा सकेगा।इसका इस्तेमाल बैंक, टेलिकॉम कंपनियां, ई-कॉमर्स कंपनियां, डिजिटल लेनदेन करने वाले ऐप्स और वित्तीय संस्थाएं कर सकेंगी। हालांकि, इसके लिए उन्हें तय शुल्क (प्रति अनुरोध 3 रुपये) देना पड़ सकता है।
MNV प्लेटफॉर्म के जरिए मोबाइल नंबर वेरिफाई किया जाएगा।इससे पता लगाया जाएगा कि किसी व्यक्ति या कंपनी का मोबाइल नंबर दूरसंचार लाइसेंसधारी या किसी अधिकृत संस्था के डेटाबेस में उपलब्ध है या नहीं।उम्मीद की जा रही है कि इस पहल से ऑनलाइन धोखाधड़ी, फर्जी, स्कैम जैसे मामलों में कमी हो सकती है।
दूरसंचार विभाग ने अपने इस प्रस्ताव पर 30 दिनों के अंदर कंपनियों,आम जनता और अन्य संस्थाओं को सुझाव देने को कहा है।उसके बाद ही इस प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया जाएगा। ऐसे में अगर दूरसंचार विभाग इस नए प्लेटफॉर्म को लेकर आती है , तो आज के समय में हो रहे ऑनलाइन धोखाधड़ी से थोड़ी राहत मिल सकती है।यह प्लेटफॉर्म साइबर सुरक्षा और पारदर्शिता को बढ़ाने में मदद कर सकता है।