न्यूज़ डेस्क
सोनिया गाँधी को तेलंगाना ने चुनाव लड़ने के लिए आमंत्रित किया है। राज्य की राजनीतिक मामलों की समिति ने सोमवार को हैदराबाद में एक बैठक कर एक प्रस्ताव पारित किया जिसमे कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गाँधी को तेलंगना के किसी भी सीट से चुनाव लड़ने के लिए आग्रह किया गया है।
प्रस्ताव में याद दिलाया गया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी 1980 में मेडक से लोकसभा के लिए चुनी गईं थीं और उन्होंने सोनिया गांधी से उसी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने का अनुरोध किया था।वरिष्ठ नेता मोहम्मद अली शब्बीर ने मीडियाकर्मियों को बताया कि पीएसी ने तेलंगाना के गठन के लिए सोनिया गांधी को धन्यवाद दिया।
पीएसी की बैठक की अध्यक्षता तेलंगाना के प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव माणिकराव ठाकरे ने की। राज्य में कांग्रेस पार्टी के सत्ता में आने के बाद निकाय की पहली बैठक में प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी, उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क, मंत्री, पीएसी सदस्य और वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
तीन घंटे तक चली बैठक में तीन प्रस्ताव पारित किये गये। इसने कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए तेलंगाना के लोगों को धन्यवाद दिया। इसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और हाल के चुनावों में पार्टी के लिए प्रचार करने वाले सभी कांग्रेस नेताओं को भी धन्यवाद दिया गया।
कांग्रेस ने 119 सदस्यीय विधानसभा में 64 सीटें हासिल करके भारत राष्ट्र समिति से सत्ता छीन ली है। बी कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती तेलंगाना से अधिक से अधिक सीटें लोकसभा की जितनी है। अगर कांग्रेस इस काम में सफल हो जाती है तो दक्षिण के राज्यों में कांग्रेस की राजनीति फिर से चमक सकती है। कर्नाटक में उसकी सरकार है। इसके साथ ही केरल में वह हमेशा सरकार बनाती रखी है। केरल में कांग्रेस की मजबूत इकाई है और बहुत से सांसद भी हैं। तेलंगाना में उसकी सरकार बनी है। तमिलनाडु में स्टालिन के साथ कांग्रेस की सरकार चल रही है और आंध्रा में कांग्रेस मजबूती से आगे बढ़ती दिख रही है।
सोनिया गाँधी आगे चुनाव लड़ती है या नहीं यह तो समय ही बताएगा लेकिन अभी सोनिया गाँधी रे बरेली से सांसद हैं। अगर वह वहां से चुनाव नहीं लड़ेगी तो वहां से प्रियंक गाँधी चुनाव लड़ सकती है।