बीरेंद्र कुमार झा
आरजेडी सांसद मनोज झा की ठाकुरों को लेकर राज्यसभा में की गई टिप्पणी पर बिहार में सियासी बवाल मचा हुआ है।पूर्व सांसद एवं बाहुबली नेता आनंद मोहन ने उसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अब डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का भी इस पर रिएक्शन आ गया है। दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में जब तेजस्वी यादव से इस ठाकुर विवाद पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि पटना जाने दीजिए, फिर सबसे बात करेंगे। डिप्टी सीएम ने अभी तक किसी का पक्ष नहीं लिया है, लेकिन उनके पिता और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने आनंद मोहन को आड़े हाथों लेते हुए उन्हें कमअक्ल करार दे दिया था।
मामले को ठंडे बस्ते में डालने का प्रयास
तेजस्वी यादव बीते कुछ दिनों से पटना में नहीं है। इस वजह से अब तक उनका ठाकुर विवाद बयान नहीं आया है।शुक्रवार शाम दिल्ली में मीडिया से बातचीत में उन्होंने इस पर पहली बार टिप्पणी की। हालांकि उन्होंने यह कर कर सवाल को ठंडा बस्ते में डाल दिया कि पटना पहुंचकर सभी से बात करेंगे।
आनंद मोहन के अलावे बीजेपी भी बना रहा मुद्दा
गौरतलब है कि आरजेडी सांसद मनोज झा ने पिछले दिनों राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर बहस के दौरान ठाकुरों पर टिप्पणी की थी।उन्होंने ओमप्रकाश वाल्मीकि की ठाकुर वाली कविता भी पढ़ी। इसपर राजपूत समाज के लोगों ने आपत्ति जताई है।सबसे पहले आरजेडी से ही विधायक एवं बाहुबली नेता आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद ने उनके खिलाफ सोशल मीडिया पर मोर्चा खोल दिया। फिर आनंद मोहन ने भी इसे गलत बताया। इसके बाद बीजेपी के नेता भी मनोज झा के विरोध में आ गए।
आरजेडी ठाकुर विवाद में मनोज झा के साथ
हालांकि आरजेडी ने मनोज झा के बयान का समर्थन किया है। पार्टी का कहना है कि सांसद ने किसी भी एक जाति को टारगेट करते हुए कोई बात नहीं रखी।उनका निशाना सामंतवादी सोच पर था। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी मनोज झा का विरोध करने वाले आनंद मोहन और चेतन आनंद पर भड़क गए। यहां तक कि उन्होंने दोनों को कम अक्ल का व्यक्ति भी कह दिया। फिलहाल इस मुद्दे पर सियासी का घमाशन चरम पर है।ऐसे में तेजस्वी यादव पटना आकर क्या रिएक्शन देते हैं,यह देखने वाली बात होगी।