डिप्टी सीएम विजय सिन्हा पर राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस पार्टी ने बड़ा आरोप लगा दिया है। राजद और कांग्रेस ने दावा किया है कि डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के पास दो EPIC नंबर है। उन्होंने दो जगह से मतदाता पुनरीक्षण कार्य का फॉर्म भरा। तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर रविवार सुबह प्रेस वार्ता की। उन्होंने सवाल पूछा कि किस कारण से डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने बांकीपुर और लखीसराय से एसआईआर फॉर्म भरा? उनका नए वोटर लिस्ट में दो जगह नाम कैसे आया? इतना ही नहीं दोनों वोटर लिस्ट में डिप्टी सीएम के उम्र भी अलग-अलग है। लखीसराय वाले वोटर लिस्ट में उनकी उम्र 57 साल है। बांकीपुर में उन्होंने 60 साल अपनी उम्र बताई है। एक EPIC कार्ड नंबर IAF 39393370 है, इसका सीरियल नंबर 274 है। वहीं दूसरा EPIC कार्ड नंबर AFS0853341 है और इसका सीरियल नंबर 767 है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को इसकी जांच करनी चाहिए और डिप्टी सीएम को इसका जवाब देना चाहिए। यह गंभीर मुद्दा है। तेजस्वी ने कहा कि अगर विजय सिन्हा गलत पाए गए तो वह फौरन इस्तीफा दें। अगर चुनाव आयोग गलत पाया गया तो मतदाता पुनरीक्षण की पूरी प्रक्रिया को ही रद्द कर देनी चाहिए।
तेजस्वी यादव ने कहा कि मतदाता सूची प्रारूप में दो अलग-अलग जगह पीएम नरेंद्र मोदी के दुलरुवा विजय सिन्हा का नाम आ गया है। क्या अब चुनाव आयोग दो EPIC नंबर पर इनसे जवाब मांगेगी? क्या पटना और लखीसराय जिला प्रशासन डिप्टी सीएम विजय सिन्हा से जवाब मांगेगी? क्या इन पर प्राथमिकी दर्ज होगी? जितनी जल्दी मेरे ऊपर आरोप लगाकर नोटिस भेजी गई? क्या उतनी जल्दी विजय सिन्हा पर कार्रवाई होगी? तेजस्वी ने कहा कि अब विजय सिन्हा को सामने आकर यह बताना चाहिए कि उनके हस्ताक्षर से कैसे दो विधानसभा में उनके नाम दर्ज हैं। क्या वह दो जगह वोट गिराना चाह रहे हैं? अगर नहीं दो वह बताएं कि चुनाव आयोग की यह प्रक्रिया ही फर्जी है। उनके पास बीएलओ गए ही नहीं। बिना उनके हस्ताक्षर से ही दो अलग-अलग विधानसभा में उनके नाम दर्ज कर लिए गए है?उन्होंने कहा कि एसआईआर बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा है। हमलोगों ने कई बार यह बात कही। सुप्रीम कोर्ट में भी यह मामला है। अब इससे बड़ा सबूत क्या होगा कि बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा का दो विधानसभा क्षेत्र के वोटर लिस्ट में नाम है। उनके नाम दो EPIC नंबर दर्ज है। तेजस्वी ने कहा कि चुनाव आयोग मतदाता सूची प्रारूप की फाइल ही बदल दी है। पूरा फॉर्मेट ही बदल दी है यह फाइल काफी हैवी हो गई है। पहले मतदाता सेवा पोर्टल से टैक्स्ट बेस्ट पीडीएफ डाउनलोड होता था। अब इमेज बेस्ड पीडीएफ डाउनलोड हो रहा है। इस नए फाइल कुछ भी सर्च करना काफी मुश्किल है। इतना ही नहीं जो फाइल डाउनलोड हो रही है? उनकी साइज बड़ी हो गई है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव आयोग का कहना है कि किसी भी राजनीतिक दल ने दावा-आपत्ति नहीं की है। लेकिन, मैं यह कह रहा हूं कि हमारे दावे और आपत्तियों को दिखाए ही नहीं जा रही है। तेजस्वी यादव ने आरोप लगा रहे हैं कि सम्राट चौधरी ने उम्र घोटाला किया था। अब एक और डिप्टी सीएम ने उम्र घोटाला कर दिया। गजब हैं बिहार के दोनों डिप्टी सीएम। क्या इनपर कार्रवाई होगी? चुनाव आयोग गोदी आयोग बनकर रह गया है। आप किसी से पूछ लीजिए कि आज तक चुनाव आयोग का ऐसा रवैया नहीं रहा।