अखिलेश अखिल
बिहार में जारी जातिगत जनगणना को देखते हुए अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी यूपी में जातिगत जनगणना को लेकर बड़े अभियान की तैयारी में जुट गए हैं। आगामी 24 फरवरी से इस अभियान की शुरुआत सपा वाराणसी से ही करने जा रही है। वाराणसी प्रधानमंत्री मोदी का चुनावी क्षेत्र है इसलिए यहां से अभियान शुरू कर सपा मोदी सरकार पर दवाब बनाने की कोशिश कर रहे हैं। सपा का कहना है कि मौजूदा समय में जातिगत जनगणना जरुरी है ताकि लोगो को और देश को भी पता चल सके कि देश के भीतर किस जाति की कितनी संख्या है। यह जानना आज सबसे ज्यादा जरुरी है।
सपा का बड़ा राजनीतिक अभियान
सपा का यह अभियान पूरे यूपी में चलाने का है। हर जिले और ब्लॉक में इस अभियान की शुरुआत होगी और हर जगह इस पर भाषण होंगे और सेमीनार भी आयोजित किये जाएंगे ताकि लोगो को बताया जा सके कि जातिगत जनगणना क्यों जरुरी है। समाजवादी पार्टी का यह अभियान एक बड़े चुनावी मूव के तौर पर देखा जा रहा है। कहा जा रहा है कि आगामी चुनाव से पहले सपा इस अभियान के जरिये अपने वोटरों से संवाद भी करेगी और लोगो को बीजेपी के खेल की जानकारी भी देगी। जानकारी के मुताबिक़ सपा का यह अभियान सूबे के सभी 822 ब्लॉक तक पहुंचेगा और वहाँ बड़ा -बड़ा जलसा भी किया जाएगा। जन सभाये आयोजित की जाएगी। कहा जा रहा है कि इस अभियान के जरिये सपा आगे की राजनीति को साध रही है और अगले चुनाव की तैयारी भी कर रही है।
अभियान को आगे बढ़ाएंगे राजपाल कश्यप
अखिलेश यादव ने इस अभियान को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी ओबीसी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राजपाल कश्यप को दी है। इस दौरान स्वामी प्रसाद मौर्या भी साथ रहेंगे और बीजेपी पर हमला करते रहेंगे। 24 फरवरी को इस अभियान की शुरुआत खुद अखिलेश यादव करेंगे। बता दें कि ओबीसी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य हाल ही में रामचरितमानस पर अपनी टिप्पणी के लिए चर्चा में रहे हैं। उन्होंने हिंदू महाकाव्य को ओबीसी, दलितों और महिलाओं के प्रति अपमानजनक बताया था। हालांकि इसके बाद से सपा जातिगत जनगणना की अपनी मांग को लेकर आक्रामक दिखाई दे रही है। जब भाजपा ने मौर्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की तो सपा नेतृत्व ने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया। मौर्य की टिप्पणी के लिए आलोचना करने पर सपा ने गुरुवार को दो महिला नेताओं को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया था। सपा के अभियान की ज़िम्मेदारी संभाल रहे ओबीसी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष राजपाल कश्यप ने बताया है कि मौर्य जाति जनगणना पर सेमिनार को भी संबोधित करेंगे। कश्यप ने बताया कि मैं पहले चरण में सेमिनार को संबोधित करूंगा। बाद में अन्य चरणों में और नेता अभियान में शामिल होंगे। स्वामी प्रसाद मौर्य जी भी सेमिनार को संबोधित करेंगे। कश्यप ने कहा कि जाति जनगणना की मांग के लिए जनता के समर्थन से एक आंदोलन बनाने के लिए पार्टी ओबीसी और अन्य जातियों तक पहुंचेगी।
ओबीसी को साधने की तैयारी
हालांकि यह अभियान पुरे प्रदेश में चलाया जाएगा लेकिन भीतरी कहानी यही है कि जातिगत जनगणना के लिए मोदी सरकार पर दबाव डाला जाए और इसी अभियान के जरिये पिछड़ी जातियों को साधा भी जाए। राजपाल कश्यप ने जानकारी दी कि पहले चरण में जो 5 मार्च तक वाराणसी, सोनभद्र, मिर्जापुर, भदोही और प्रयागराज जिलों में ब्लॉक-स्तरीय सेमिनार आयोजित किए जाएंगे। वाराणसी से अभियान शुरू करने के फैसले पर कश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के पास जातिगत जनगणना कराने का आदेश देने की शक्ति है और इसलिए,अभियान उनके निर्वाचन क्षेत्र से शुरू होगा वाराणसी पूर्वी उत्तर प्रदेश में पड़ता है, जहां ओबीसी संख्यात्मक रूप से महत्वपूर्ण हैं और चुनावी रूप से भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं।