दिशा सालियन की मौत एक हादसा थी या सुनियोजित साजिश!अदालत के आखरी अल्टीमेटम के बाद अब इस सवाल का जवाब मिलना तय माना जा रहा है। इस अल्टीमेटम के अनुसार आदित्य ठाकरे के पास अपने बचाव में पक्ष रखने के लिए शाम 7 बजे तक का ही वक्त है।ऐसा न कर पाने की स्थिति में उनपर लगाए गए सारे आरोप सच मान लिए जाएंगे।
दिशा सालियन केस में यह नया मोड़ तब आया जब याचिकाकर्ता सतीश सालियन के वकील ने शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे के वकील को कानूनी ‘Final Notice’ थमा दिया।अदालत में घटी यह घटना महाराष्ट्र की राजनीति को हिला देने वाला साबित हो सकता है।इस अदालती नोटिस में साफ कहा गया है कि अगर आज शाम 7 बजे तक कोई जवाब या प्रतिज्ञापत्र दाखिल नहीं किया गया,तो कोर्ट यह मान लेगी कि आदित्य ठाकरे पर लगाए गए सामूहिक बलात्कार, हत्या और साजिश के सारे गंभीर आरोप सही हैं।
इस मामले में डिजिटल सबूतों की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।उदाहरण के तौर पर
• मोबाइल टॉवर लोकेशन – यह साफ बताता है कि घटना की रात आदित्य ठाकरे वहीं थे।
• रिया और दिशा की वॉट्सएप चैट – इसमें धमकी भरे संवाद और डर का माहौल बनाने का उल्लेख मिलता है।
• एनसीबी की रिपोर्ट – ड्रग्स, पार्टी, और गुनाह की कड़ियाँ सब जुड़ी हैं।
इसे मामले को लेकर कानूनी धाराओं की बात की जाय तो इसमें
IPC की कई धाराएं — 191 से 120B तक,
और Contempt of Court Act की धाराएं — सब एक साथ लागू हो सकती हैं।
मतलब अब बात आरोपों से बढ़कर अदालत की नजर में सच साबित होने की तरफ बढ़ चुका है।
अगर आज 7 बजे तक जवाब नहीं आता है तो कोर्ट में आगे कई कारवाई हो सकती है,मसलन
* फौजदारी मुकदमा शुरू हो सकता है
* अदालत की अवमानना में केस चल सकता है।
* और हो सकता है गिरफ्तारी की भी नौबत आ जाए!
शाम 7 बजे के बाद आदित्य ठाकरे की राजनीतिक ज़िंदगी में भूचाल आ जाएगा या फिर एक बार फिर लीपापोती होगी यह तो वक्त ही बताएगा