अखिलेश अखिल
भारत जोड़ो यात्रा पंजाब से गुजर रही है और कुछ दिनों के बाद ही यह यात्रा अपने मुकाम को हाशिल कर लेगी ,लेकिन इस यात्रा के साइड इफ़ेक्ट भी सामने आये हैं। यात्रा के दौरान आज ही जालंधर से कांग्रेस सांसद संतोख चौधरी का हार्ट अटैक से निधन हो गया। चौधरी 76 साल के थे लेकिन लगातर वे दो टर्म से चुनाव जीत रहे थे। चौधरी के निधन से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। आगामी लोक सभा चुनाव को लेकर कांग्रेस जो तैयारी कर रही थी उसमे चौधरी की बड़ी भूमिका थी।
भारत जोड़ो यात्रा 7 सितम्बर से कन्याकुमारी से जारी है और 30 जनवरी को इस यात्रा का समापन श्रीनगर में होना है। लेकिन इस दौरान करीब चार से ज्यादा कांग्रेसी नेताओं की मौत हुई है। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान पहले कोंग्रेसी की मौत मध्यप्रदेश में हुई थी। यात्रा के दौरान ही देवास के पास मांगीलाल शाह का निधन हो गया। शाह पार्टी के बड़े नेता थे और जिला की राजनीति में काफी दखल रखते थे। शाह का निधन भी हार्ट अटैक से ही हुआ था। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी उनके कंधे को जनाजा दिया था। यात्रा के बीच ही मध्यप्रदेश के रायगढ़ में ही संदीप सिंह राम का भी निधन हो गया था। इसके बाद महाराष्ट्र के नांदेड़ में में भी यात्रा के दौरान पार्टी के बड़े नेता कृष्णकांत पांडेय की मौत भी हार्ट अटैक से हो गई। पांडेय कांग्रेस सेवा दल के बड़े नेता थे।
और अब सांसद संतोख चौधरी के निधन को पार्टी में बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है। चौधरी पंजाब के दोआबा इलाके के बड़े दलित नेता थे और राजनीतिक रुआब वाले परिवार से आते थे। वे पंजाब के पहले शिक्षामंत्री मास्टर गुरबंता सिंह के बेटे थे। उनके बेटे विक्रमजीत सिंह चौधरी फिल्लौर के विधायक हैं। उनके राजनीतिक कद का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रचंड मोदी लहर के दौरान भी उन्होंने दो बार जीत हासिल की।
संतोख चौधरी लगातार दूसरी बार सांसद बने थे। वे पूर्व मंत्री रह चुके थे। चौधरी 2014 में अकाली दल के पवन कुमार टीनू को हराने के बाद 16 वीं लोकसभा के लिए चुने गए थे। साल 2004 से लेकर 2010 तक वे पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष रहे।
बता दें कि संतोख चौधरी शनिवार को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल थे। इसी दौरान फगवाड़ा के नजदीक भाटिया गांव के पास उन्हें हार्ट अटैक आया। चौधरी को अस्पताल ले जाया गया जहां उनका देहांत हो गया।