न्यूज़ डेस्क
आज दोपहर में सिद्धारमैया की सीएम के रूप में ताजपोशी होगी। शिवकुमार डिप्टी सीएम बनेंगे। इस समारोह के जरिये कांग्रेस ने विपक्षी एकता को भी दिखाने की कोशिश की है। कांग्रेस ने कर्नाटक सरकार के इस शपथ ग्रहण समारोह के लिए समान विचारधारा वाली 19 पार्टियों को निमंत्रण भेजा। जबकि कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी , भारत राष्ट्र समिति समेत 10 पार्टियों को छोड़ दिया है। कर्नाटक में कांग्रेस ने दक्षिणी राज्य की 224 सीटों में से 135 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि सत्तारूढ़ भाजपा 66 सीटों पर सिमट गई थी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 20 मई को बेंगलुरु में पार्टी की सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए 19 दलों को निमंत्रण भेजा।
पार्टी सूत्र ने कहा कि खड़गे ने फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली नेशनल कांफ्रेंस, महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीडीपी, अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी, जयंत चौधरी के नेतृत्व वाली रालोद, जनता दल-यूनाइटेड, राष्ट्रीय जनता दल, सीपीआई-एमएल, सीपीआई-एम, सीपीआई, तृणमूल कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा, शिवसेना-यूबीटी, एमडीएमके, एनसीपी, वीसीके, केरल कांग्रेस, आईयूएमएल और आरएसपी को निमंत्रण भेजा था।
सूत्र ने कहा कि पार्टी ने मायावती की बसपा को शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित नहीं किया है। मायावती बेंगलुरु में कांग्रेस-जेडीएस सरकार के 2018 के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मौजूद थीं।
आप और बीएसपी के अलावा कांग्रेस ने बीआरएस, तेलुगु देशम पार्टी, बीजू जनता दल, एआईएमआईएम, एआईयूडीएफ, आईएनएलडी और जेडीएस को शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित नहीं किया है।