विकास कुमार
उद्धव ठाकरे का शिवसेना (यूबीटी) गुट 1 जुलाई, 2023 को मुंबई नगर निगम पर मार्च निकालेगा। खुद पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रेस कांफ्रेंस कर ये जानकारी दी है। ठाकरे के आरोप का जवाब मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार ने दिया है। आशीष शेलार ने कहा कि ये स्पष्ट हो गया कि मुंबई नगर निगम में गलत कामों की जांच पुलिस के माध्यम से एसआईटी करेगी। इसलिए मार्च निकालने जा रहा है। यह मार्च एक प्रकार का “चोर मचाए शोर” जैसा है।
वहीं आशीष शेलार ने कहा कि जब कैग ने जांच की और विधानसभा के पटल पर अपनी रिपोर्ट रखी, तो विधायकों की चुप्पी का मतलब था कि यह उनकी मौन सहमति थी,जैसे कि उन्होंने भ्रष्टाचार को स्वीकार कर लिया हो। यह फैसला लेने के लिए सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को धन्यवाद देना चाहिए। जो दोषी हैं उन्हें जांच का सामना करना चाहिए। कोविड के दौर में जहां एक तरफ लोग बेड के लिए हाथ-पांव मार रहे थे। वहीं कुछ लोग अपने रिश्तेदारों को ठेका देने में जुटे हुए थे, इसलिए जांच होनी चाहिए।
वहीं आशिष सेलार ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना पर तंज कसा है। आज मार्च का विषय अचानक क्यों उठा? जिस दिन कैंप लगा था, कल वर्षगांठ थी, उस वक्त मार्च के बारे में कुछ नहीं कहा गया था। जब पूछताछ शुरू हुई और उन्हें पता चला कि वे पकड़े जाएंगे तो अब वे मार्च निकालने जा रहे हैं। मार्च का नाम चोर मचाए शोर होना चाहिए। ऐसे समय में जब महाविकास अघाड़ी उथल-पुथल में है, यह मार्च उनके बेटे के नेतृत्व को खड़ा करने के लिए किया जा रहा है। इसलिए यह मार्च सिर्फ उनके बेटे के लिए है न कि मुंबईकरों के लिए।
सीएम एकनाथ शिंदे ने पिछले दिनों बीएमसी में हजारों करोड़ के कथित घोटाले की जांच के लिए एसआईटी गठित करने का निर्देश दिया था। इस निर्देश के बाद उद्धव ठाकरे के खेमे में खलबली मची हुई है। जांच के बाद ही पता चलेगा कि घोटालों के आरोपों में कितना दम है।