झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में झारखंड मुक्ति मोर्चा-कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल-वामदल के इंडिया गठबंधन को मात देने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन, जनता दल यूनाइटेड और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के साथ गठबंधन कर लिया है। एनडीए गठबंधन में सीटों का बंटवारा भी हो गया है।
झारखंड प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसकी जानकारी दी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो भी मौजूद थे। एनडीए गठबंधन ने तय किया है कि आजसू पार्टी 10 सीट पर चुनाव लड़ेगी। नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) 2 सीट पर और चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) एक सीट पर चुनाव लड़ेगी।।बाकी बचे 68 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे।
शुक्रवार को बाबूलाल मरांडी के साथ रांची के बीजेपी कार्यालय में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में आजसू सुप्रीमो ने कहा कि हम दोनों पार्टियों का बहुत पुराना संबंध है। झारखंड की जनता हमलोगों को साथ देखना चाहती है।राज्य के विकास के लिए और जनता के हित में हमने गठबंधन करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि जब दोनों दल साथ में होते हैं, तो जनता के अनुकूल, उनकी भावनाओं के अनुरूप काम होता है।
सुदेश महतो ने कहा कि वर्तमान सरकार के कुशासन से झारखंड का हर वर्ग प्रभावित है और इस सरकार से निजात चाहता है।हम यहां दलीय आधार पर बैठे हैं।दूसरी ओर गांव-देहात में जनता का समीकरण भी तैयार हो रहा है, धरातल पर।उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के मुखिया ने जो कारनामे किए हैं, उसकी चर्चा देश-दुनिया में हो रही है।
आजसू सुप्रीमो ने कहा कि एक पार्टी का नेतृत्व करने वाला व्यक्ति निजी स्वार्थ में किस हद तक जा सकता है, इसका उदाहरण पूरे देश में इससे पहले नहीं देखा गया होगा। हम झारखंड के हित में नए जनादेश के साथ आने की तैयारी में हैं।हम झारखंड के विकास की जवाबदेही लेकर काम करने के लिए तैयार हैं। हम संयुक्त रूप से चुनाव के मैदान में जाएंगे। एक-दूसरे का सम्मान करेंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हमें मां-बहनों को सुरक्षा की गारंटी देनी है, उनको सशक्त करने की गारंटी देनी है. उन्होंने कहा कि झारखंड की वर्तमान सरकार ने अपने वादे नहीं निभाए।नौजवानों से वादा किया था कि सरकारी नौकरी देंगे।नहीं दे पाए, तो बेरोजगारी भत्ता देंगे। नवविवाहिताओं को सोने का सिक्का देने का वादा किया था। इन्होंने कोई वादा पूरा नहीं किया।कहा कि झारखंड की डेमोग्राफी बदल गई, इन्होंने कुछ नहीं किया.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आदिवासियों के नाम पर राजनीति करने वालों के शासन में आदिवासियों की क्या हालत हो गई है, सब देख रहे हैं। उनकी जमीनें लूटी जा रहीं हैं। जमीन दलालों का बोलबाला हो गया है।आदिवासियों की सुनने वाला कोई नहीं है। जमीन के कागजात में जालसाजी करके ये लोग सेना की जमीन भी बेच दे रहे हैं।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आदिवासी आज चिंतित हैं।1951 में 36 फीसदी आदिवासी आबादी थी।अगर बात संताल परगना की करें, तो 1951 में 44 फीसदी आदिवासियों की आबादी थी। आज मात्र 28 फीसदी रह गई है। इससे आदिवासी परेशान हैं।राज्य सरकार को बताने के बावजूद उन्हें इसकी कोई चिंता नहीं है।इसलिए बीजेपी ने माटी, रोटी और बेटी को बचाने का संकल्प लिया है।प्रेस कॉन्फ्रेंस में झारखंड बीजेपी के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान, सह प्रभारी हिमंता बिस्व सरमा भी मौजूद थे।