न्यूज़ डेस्क
आज तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव अपने दल बल के साथ पंढरपुर पहुंचे। कहा गया कि भगवान विठ्ठल का वे दर्शन करने आये हैं। आज मंगलवार को भक्त लोग भगवान बिठ्ठल का दर्शन करते हैं। कहा जाता है कि सच्चे मन से जो भी पंढरपुर के दरबार में आता है उसकी मनोकामना पूरी होती है। ऐसे में भला भगवान के दर्शन को कोई कैसे रोक सकता है ? वे तो सबके हैं। सीमा पर के भी। वे अनंत है और उनके भक्त भी अनंत होते हैं। लेकिन मामला इतना भर का नहीं है।
सच तो यही है केसीआर की पार्टी अब महाराष्ट्र की राजनीति में दखल देने को तैयार है। उनकी पार्टी बीआरएस महाराष्ट्र में फ़ैल रही है। खासकर उन इलाकों में संगठन को मजबूत किया जा रहा है जो सीमा वर्ती इलाका है और शिवसेना का गढ़ है। ऐसे में सवाल यह भी है कि क्या केसीआर महा अघारी को कमजोर करने में जुटे हैं? ऐसा हो भी सकता है और नहीं भी। वैसे किसी भी पार्टी को देश के किसी भी हिस्से से चुनाव लड़ने की मनाही नहीं है।
बता दें कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव और उनके कैबिनेट मंत्री, भारत राष्ट्र समिति के वरिष्ठ नेताओं के साथ, 300 से अधिक एसयूवी के काफिले में सोलापुर पहुंचे हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री, उनके 16 कैबिनेट मंत्री, 103 पार्टी विधायक, सात सांसद और 30 से अधिक एमएलसी मंगलवार सुबह भगवान विट्ठल का आशीर्वाद लेने पंढरपुर गए हैं। वार्षिक “वारी” में मीलों पैदल चलने के बाद अनुमानित दो लाख श्रद्धालु पहले ही मंदिर शहर में आ चुके हैं।
वार्षिक आयोजन के सुचारू प्रबंधन के लिए पुलिस, राजस्व और अन्य सरकारी विभाग के कर्मचारियों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है। कोल्हापुर रेंज के विशेष महानिरीक्षक सुनील फुलारी, जिसमें सोलापुर ग्रामीण भी शामिल हैं।
उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने मुंबई में तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर राव पर निशाना साधा है। संजय राउत ने कहा, महाराष्ट्र की राजनीति पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव का कोई असर नहीं पड़ेगा, असर तेलंगाना की राजनीति पर पड़ेगा। अगर के.सी.आर जी ऐसे ही नौटंकी करते रहे तो तेलंगाना में हार जाएंगे और हार के डर से वो महाराष्ट्र में घुस रहे हैं।
महाराष्ट्र में कुछ महीने बाद विधानसभा का चुनाव होना है। इसे लेकर तेलंगाना के सीएम केसीआर की एंट्री महाराष्ट्र में हो चुकी है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने आज सोलापुर के पंढरपुर के श्री विट्ठल रुक्मिणी मंदिर में पूजा-अर्चना की है। इस दौरान कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ मौजूद थी। खबर है कि महाराष्ट्र के कई जिलों में बीआरएस का संगठन भी तैयार है और हजारों लोग पार्टी से जुड़ भी गए हैं। अगर केसीआर की चुनावी इंट्री यहाँ होती है तो खेल दिलचस्प होगा। फिर कई चुनावी समीकरण भी बदल सकते हैं।