उत्तर प्रदेश विधानसभा में दलित वोटरों पर अपना प्रभाव जमाने के उद्देश्य से पीडीए की वकालत करने वाली समाजवादी पार्टी यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद अपने किसी दलित विधायक को दे सकती हैं।अगर ऐसा हुआ तो उत्तर प्रदेश विधानसभा में यह पहला अवसर होगा, जब कोई दलित वर्ग से आने वाला शख्स नेता प्रतिपक्ष होगा। समाजवादी पार्टी के अंदर नेता प्रतिपक्ष पद के लिए चयनित होने वाले उम्मीदवारों के नामों में वरिष्ठ नेता इंद्रजीत सरोज का नाम सबसे आगे है।वे पासी बिरादरी से आते हैं।
समाजवादी पार्टी ने विधान परिषद में लाल बिहारी यादव को नेता प्रतिपक्ष पद पर बिठाने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही अब सब की निगाहें विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पर लग गई है। इस पद के लिए इंद्रजीत सरोज के अलावा ओबीसी वर्ग से राम अचल राजभर का नाम भी चर्चा में है। वहीं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय और पूर्व नेता प्रतिपक्ष शिवपाल यादव भी इस पद के लिए दावेदार बताए जा रहे हैं।
विधान परिषद में लाल बिहारी यादव के नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद अब समाजवादी पार्टी किसी दूसरे यादव को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाने से संभवत परहेज कर सकती है। वहीं पीडीए के तहत वह दलित कार्ड खेल सकती है। समाजवादी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि समाजवादी पार्टी पीडीए आने वाले किसी विधायक को ही नेता प्रतिपक्ष का दायित्व देगी।इसी 29 जुलाई से विधानमंडल का सत्र शुरू हो रहा है।ऐसे में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का निर्णय जल्दी होगा।