बीरेंद्र कुमार झा
समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया है। उन्होंने एक सभा के दौरान ब्राह्मण और हिंदू धर्म को लेकर बयान दिया है। उनके इस बयान का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि ब्राह्मणवाद की जड़ बहुत गहरी है और सारी विषमता का कारण भी ब्राह्मणवाद ही है। हिंदू हेनाम का कोई धर्म है ही नहीं।lहिंदू धर्म केबल एक धोखा है।वे अर्जक संघ के संस्थापक महामना रामस्वरूप वर्मा की जयंती के मौके पर लखनऊ मेंआयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
हिंदू धर्म पिछड़ों,दलितों और आदिवासियों को फसाने वाला मकड़जाल: स्वामी प्रसाद मौर्य
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि सही मायने में जो ब्राह्मण धर्म है ,उसी ब्राह्मण धर्म को हिंदू धर्म कहके देश के दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों को धर्म के मकड़जाल में फंसाने का एक साजिश है। अगर हिंदू धर्म होता तो आदिवासियों का भी सम्मान होता ,दलितों का भी सम्मान होता पिछड़ों का भी सम्मान होता। लेकिन क्या विडंबना है कि अपनी आजादी का 76 साल बितने के बाद भी देश की प्रथम नागरिक संविधान प्रमुख राष्ट्रपति को मंदिर जाने से रोका जाता है।
देश की प्रथम महिला को पीना पड़ा था अपमान का घूंट: स्वामी प्रसाद मौर्य
देश की प्रथम नागरिक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को मंदिर में अपमान का घूंट पीना पड़ा था।वहीं उन्हीं के अधीन मंत्रिमंडल का एक मंत्री गर्भ गृह में जाकर दर्शन करता है ,क्योंकि वह ऊंची जाति का है।द्रौपदी मुर्मू को इसलिए रोक दिया जाता है क्योंकि वह आदिवासी समाज की है। यदि आदिवासी समाज हिंदू होता तो उसके साथ यह व्यवहार क्यों होता ?