पद्म विभूषण संत रामभद्राचार्य ने अयोध्या में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर हमें मिल जाए, इसलिए यहां 1008 कुंडलीय हनुमंत महायज्ञ हो रहा है। यह पहला निष्काम यज्ञ है।इसमें केवल यही कामना है कि पाक अधिकृत कश्मीर हमें मिल जाए। हमें हनुमान जी पर पूरा भरोसा है।जब वह सीता को ला सकते हैं तो हमारी जमीन भी वापस ला सकते हैं।
क्या है पाक अधिकृत कश्मीर का मुद्दा
आज कश्मीर भले ही दो भागों में बांटा हुआ दिखाई पड़ता है, बड़ा भाग जो भारत के हिस्से में है और एक दूसरा भाग जिस पर पाकिस्तान ने अनधिकृत रूप से कब्जा कर लिया है। लेकिन यह हमेशा से ऐसा नहीं था। दरअसल जब भारत स्वतंत्र हुआ तब अंग्रेजों ने देसी रियासतों को यह छूट दे रखी थी कि वह चाहे तो भारत या पाकिस्तान किसी भी देश में विलय कर जाएं या फिर अपना स्वतंत्र रियासत ही बने रहें। इसी बात के मद्देनजर कश्मीर के तत्कालीन राजा हरि सिंह ने कश्मीर को स्वतंत्र रियासत बनाए रखना चाहा।लेकिन इस बीच पाकिस्तान की बुरी नजर कश्मीर को पर पड़ी और उसने कबायली के वेश में अपने सैनिकों को भेज कर कश्मीर पर अधिकार जमाने का प्रयास किया। जब तक कश्मीर के राजा हरि सिंह के भारत में शामिल होने की बात कहने के बाद भारतीय सेना कश्मीर पहुंच कर पाकिस्तान की छद्दम वेशधारी कबायलियों को खदेड़ कर भगाती तब तक काश्मीर के कुछ क्षेत्र पर कव्वालियों ने अपना अधिकार जमा लिया था। इसे ही आज पाकअधिकृत कश्मीर कहते हैं।
अमित शाह और राजनाथ सिंह भी कह चुके हैं पीओके वापस लेने की बात
अयोध्या में पद्म विभूषण रामभद्राचार्य जी के द्वारा पाक अधिकृत कश्मीर को वापस भारत में लेने के लिए किया जा रहे महायज्ञ से पूर्व भारत के गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी पाक अधिकृत कश्मीर को भारत में वापस लेने की बात कही है। गृह मंत्री अमित शाह ने पाक अधिकृत कश्मीर को वापस लेने की बात लोकसभा में कही थी, जबकि राजनाथ सिंह ने राजस्थान के चुनाव के दौरान पाक अधिकृत कश्मीर को वापस भारत में मिलाने की बात दोहराई थी।