न्यूज़ डेस्क
अमेरिका इन दिनों काफी परेशान है। यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के बीच रूस एक अलग नीति पर भी काम करता नजर आ रहा है। रूस अब उन इलाकों में चुनाव करा रहा है जो बीते समय में युद्ध के दौरान यूक्रेन से उसने छीना है या काबा किया है। खबर के मुताबिक रूस के यूक्रेन के कई इलाकों को अपने हिस्से में मिला लिया है और कई जिले रूस के कब्जे में आ गए हैं। रूस अब इन इलाकों में चुनाव कराकर वहां और भी मजबूत होने को तैयार है। रूस से परेशान अमेरिका इस बात को लेकर दुनिया को आगाह भी कह रहा है और रूस को धमकी भी दे रहा है।
अमेरिका ने क्रीमिया पर निशाना साधा है। कहा कि रूस यूक्रेन के कब्जे वाले इलाकों में लगातार दिखावटी चुनाव करा रहा है, जो संयुक्त राष्ट्र चार्टर के नियमों का उल्लंघन है।अमेरिका के विदेश सचिव एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि रूस यूक्रेन में मौजूद अपने कब्जे वाले क्षेत्रों में अपनी अथॉरिटी को और मजबूत करना चाहता है। इसलिए वह यहां चुनाव करा रहा है, जो महज दिखावा है। उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां युद्ध जारी है, वहीं ऐसे चुनाव कराना सिर्फ धोखा है।
बता दें, ये चुनाव यूक्रेन के चार क्षेत्रों में जनमत संग्रह आयोजित करने और यूक्रेन के क्रीमिया और सेवस्तोपोल पर कब्जा करने के नौ साल से अधिक समय के बाद हो रहे हैं। जिन क्षेत्रों में जनमत संग्रह हुआ था, उनमें डोनेट्स्क, लुहांस्क, जपोरीजिया और खेरसॉन शामिल हैं।
अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि क्रेमलिन को उम्मीद है कि ये पूर्व निर्धारित नतीजे यूक्रेन के कब्जे वाले हिस्सों पर रूस के दावों को मजबूत करेंगे, लेकिन यह एक प्रचार अभ्यास से ज्यादा कुछ नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि रूस की ऐसी कार्रवाई राज्य की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान जैसे संयुक्त राष्ट्र चार्टर सिद्धांतों के प्रति उसकी उपेक्षा को दर्शाती है।
गौरतलब है, संयुक्त राज्य अमेरिका लगातार यूक्रेन के पक्ष में हैं। ऐसे में एक बार अमेरिका ने स्पष्ट कर दिया है कि वह कभी भी यूक्रेन के किसी भी क्षेत्र पर रूस के दावों को मान्यता नहीं देगा। साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि हम सभी को याद दिलाना चाहते हैं, जो यूक्रेन में रूस के नकली चुनावों का समर्थन करेगा उस पर हम प्रतिबंध लगा सकते हैं।
बता दें, यह बयान ऐसे समय में आया है, जब कुछ क्षेत्रों में गुरुवार को मतदान समाप्त हो चुके हैं। वहीं, कुछ क्षेत्रों में सप्ताहांत तक चलेंगे। कीव अधिकारियों के हवाले से बताया कि 31 अगस्त को, रूस ने यूक्रेन के कब्जे वाले क्षेत्रों में क्षेत्रीय चुनाव कराना शुरू कर दिया। यूक्रेन ने इस कदम की निंदा की है और कब्जे वाले क्षेत्रों में नागरिकों से चुनावों में मतदान न करने का आग्रह किया है। साथ ही कहा है कि यदि संभव हो तो क्षेत्र छोड़ दें।