- बीरेंद्र कुमार झा
बिहार के नालंदा जिला के अमावा किला के अंदर मुख्य महल के आंगन में इस बार होली के मौके पर राजस्थान जैसी भव्यता पूर्ण शाही होली का आयोजन देखने को मिला।इस आयोजन में देश-विदेश से मेहमान पहुंचे हुए थे।यहां होली मनाने के लिए 60 देशों से आए विदेशी मेहमानों के साथ कुछ पुराने जमींदारों के परिवार के सदस्य भी पहुंचे थे।यह होली का आयोजन मंगलवार से ही शुरू हो गया था। विदेशी मेहमान होली के गीतों पर झूमते नजर आए। बिहार आकर वे सब बहुत खुश थे। वे अमावा के महल को देखकर भी काफी मंत्रमुग्ध थे। करीब 100 वर्ष पहले बने महल की कलाकृतियों और नक्काशियों ने विदेशी मेहमानों का मन मोह लिया।
बहन की बड़ी कंपनी है ब्रिटेन में
अमावा के राजा हरिहर नारायण प्रसाद सिंह के पौत्र परपौत्र और पुत्र वधू ने होली मनाने आए विदेशी मेहमानों को फूल की माला और गमछा देकर सम्मानित किया। राजकुमार हर्षेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि ब्रिटेन में उनकी बहन की बहुत बड़ी कंपनी है। अधिकतर विदेशी मेहमान उनकी बहन के माध्यम से ही बिहार आए हैं।उन्होंने बताया कि यह सभी मेहमान बनारस घूमने आए हुए थे, इसके बाद बोध गया आए । इस बीच हम लोगों के आग्रह पर सभी विदेशी मेहमान हमारा यहां आए हैं।इन लोगों के आने से महल और होली दोनों की रौनक बढ़ गई है।
होली के गीत सुनकर भावविभोर हुए विदेशी सैलानी
होली के अवसर पर यहां आए विदेशी मेहमानों ने यहां के लोगों के साथ जमकर होली भी खेली।मंगलवार की सुबह इन लोगों ने फूल से होली खेली और फिर बुधवार को एक दूसरे के चेहरे पर गुलाल लगाकर भी होली मनाई।होली के भक्तिमय गीत पर वे घंटो झूमते रहे।होली को लेकर अनलोगों ने कहा की यह बड़ा ही उमंग और उत्साह का पर्व है।