विकास कुमार
2024 के लोकसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने सांसदों के साथ बैठक कर उन्हें जीत का मंत्र दे रहे हैं। इसी बैठक के दौरान एनडीए के सांसदों को राम मंदिर पर मोदी ने बड़ी नसीहत दी है, मोदी ने सांसदों से कहा कि राम मंदिर का वादा बीजेपी की विचारधारा से पैदा हुआ था, लेकिन सांसद यह मानकर संतुष्ट नहीं हो सकते कि इससे वोट मिलेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के 48 सांसदों के साथ बैठक की। इस बैठक में उन्होंने सांसदों से कहा कि वे अपने एरिया में कॉल सेंटर लगवाएं। इसके जरिए सरकार और खुद के कामों को लोगों तक पहुंचाएं। मीटिंग के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने सांसदों से कहा कि सांसद प्रोफेशनल सोशल मीडिया एक्सपर्ट को हायर करें ताकि विपक्षी दल और उम्मीदवारों के फैलाए जा रहे भ्रम को दूर किया जा सके। अब से लेकर चुनाव तक अपने लोकसभा क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा वक्त लोगों के बीच बिताएं। पब्लिक में ज्यादा से ज्यादा सक्रियता बढ़ाने के लिए सांसदों को जमीनी स्तर पर पहुंच बनानी होगी। योजनाओं को जरूरतमंद लोगों तक तक तो पहुंचाना ही है। लेकिन उनका फीडबैक भी पता करना है। जिससे लोगों की सोच का अंदाजा भी रहे।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर हमला किया है, मोदी ने मीटिंग के दौरान कहा कि विपक्ष को जातियों की राजनीति करने दीजिए। लेकिन हमारे लिए सिर्फ एक जाति है वह है गरीब मोदी ने सांसदों से कहा कि हमको गरीब कल्याण के लिए काम करना है। हमें हर गरीब के लिए काम करना है। उत्तर प्रदेश के सांसदों की बैठक को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन समाज और देश की सेवा कर रहा है और उसे लोगों का आशीर्वाद मिल रहा है। मोदी ने कहा कि विपक्षी गठबंधन भले ही अपना नाम यूपीए से बदलकर ‘इंडिया’ कर ले लेकिन वह भ्रष्टाचार और कुशासन के अपने पापों को धो नहीं पाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए के सांसदों के साथ मीटिंग के दौरान कहा था कि तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाने के फैसले से मुस्लिम महिलाओं में सुरक्षा की भावना बढ़ी है। मोदी ने बीजेपी के नेताओं से आगामी रक्षा बंधन के त्योहार के दौरान अधिक से अधिक मुस्लिम महिलाओं तक पहुंचने को कहा है।
मोदी का ये स्वीकार करना कि राम मंदिर से वोट नहीं मिलेंगे, ये बिल्कुल सत्य है क्योंकि महंगाई,बेरोजगारी,किसानों की दुर्दशा और अग्निवीर जैसे मुद्दे बीजेपी के गले की फांस बन गई है अगर इन समस्याओं का हल नहीं तलाशा गया तो लोकसभा चुनाव में भगवा पार्टी को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।