न्यूज़ डेस्क
कारगिल की लड़ाई में भारत की सेना ने पाकिस्तानी सेना के छके छुड़ा दिए थे। कारगिल की लड़ाई में भारत की जीत हुई थी और एक बार फिर से पकिस्तान को मुँह खानी पड़ी थी। लेकिन अब वही पकिस्तान चीन के साथ मिलकर हमसे दुश्मनी को और भी बड़ा करते जा रहा है। चीन लगातार भारत की सीमापर विस्तार वादी खेल खेल रहा है और और हम चुप्पी साढ़े सबकुछ देख रहे हैं।
कारगिल में आज राहुल गाँधी ने रैली की है। बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। इस रैली में महिलाये भी शामिल हुई और बच्चे भी। बूढ़े भी थे और जवान भी। भारत माता के जयकारे के नारे लग रहे थे और तिरंगा के शान में गीत भी गाये जा रहे थे। लेकिन दूसरी तरफ कांग्रेस नेता राहुल गाँधी मोदी सरकार पर हमलावर थे।
कारगिल में राहुल गांधी ने दावा किया कि हिंदुस्तान की हजारों किमी जमीन चीन ने छीनी है और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले में विपक्ष के साथ बैठक में झूठ बोला। लद्दाख दौरे के तहत कारगिल पहुंचे राहुल गांधी ने कहा कि लद्दाख एक रणनीतिक जगह है। एक बात साफ है कि चीन ने हिंदुस्तान की जमीन ली है। हजारों किमी जमीन चीन ने हमसे छीनी है। दुख की बात है कि भारत के प्रधानमंत्री ने विपक्ष की बैठक में कहा कि हिंदुस्तान का एक इंच किसी ने नहीं लिया है। ये सरासर झूठ है। लद्दाख का हर व्यक्ति ये बात जानता है कि लद्दाख की जमीन चीन ने ली है और प्रधानमंत्री जी सच नहीं बोल रहे हैं।
लद्दाख दौरे पर राहुल गांधी इन दिनों बाइक से यात्रा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि “कुछ महीने पहले, हम कन्याकुमारी से कश्मीर तक चले थे। इसे ‘भारत जोड़ो यात्रा’ नाम दिया था। इसका उद्देश्य देश में बीजेपी-आरएसएस द्वारा फैलाई गई नफरत और हिंसा के खिलाफ खड़ा होना था। देश में भाई-चारा, मोहब्बत फैलाने की कोशिश की. यात्रा से जो संदेश निकला, वह था -‘नफ़रत के बाज़ार में हम मोहब्बत की दुकान खोलने निकले हैं। ‘ पिछले दिनों ये मुझे अपनी आंखों से देखने को मिला।
राहुल गांधी ने आगे कहा, यात्रा श्रीनगर में नहीं रुकनी थी. यात्रा को लद्दाख में आना था। उस समय सर्दी और बर्फ थी। प्रशासन ने कहा था कि हमें लद्दाख नहीं आना चाहिए. हमने उनकी बात मान ली. लेकिन मेरे दिल में था कि लद्दाख में भी जाना चाहिए। मैंने छोटा सा कदम लिया. पैदल तो नहीं, लेकिन मोटरसाइकिल से गया और लोगों से बात की।

