अखिलेश अखिल
लोकसभा चुनाव अब अंतिम चरण में पहुँच चुका है। कल छठे चरण के मतदान में कई नेताओं के भाग्य का फैसला होना है। बीजेपी और कांग्रेस के बीच एक दूसरे को मात देने की पूरी कोशिश की जा रही है। पीएम मोदी भी इस बार कठिन दौर से गुजर रहे हैं और कांग्रेस को भी लग रहा है कि अगर इस बार भी उसे सत्ता नहीं मिली तो पार्टी के भविष्य को लेकर कई सवाल खड़े हो सकते हैंह।
यही वजह है कि राहुल गाँधी समेत कांग्रेस के कई नेता भी पूरी मेहनत और ईमानदारी से इंडिया गठबंधन को आगे बढ़ा रहे हैं। इसी बीच राहुल गाँधी ने एक बार फिर से अडानी घोटाले की चर्चा करते हुए कहा है कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनती है तो अडानी घोटाले की जांच होगी।
राहुल गांधी ने ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ की खबर का हवाला देते हुए दावा किया कि बीजेपी की सरकार के तहत बड़ा कोयला घोटाला सामने आया है और ‘‘इस घोटाले’’ के माध्यम से ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रिय मित्र’ ने कम गुणवत्ता वाले कोयले को तीन गुने दाम पर बेचकर हज़ारों करोड़ रुपये लूटे हैं, जिसकी कीमत आम जनता ने बिजली का महंगा बिल भरकर अपनी जेब से चुकाई है।
ब्रिटिश अखबार ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ ने कुछ दस्तावेजों का हवाला देते हुए एक खबर प्रकाशित की है, जिसमें कहा गया है कि अडाणी समूह ने सार्वजनिक क्षेत्र के ‘तमिलनाडु जेनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन’ (टीएएनजीईडीसीओ) को कम गुणवत्ता वाला कोयला कहीं अधिक कीमत पर स्वच्छ ईंधन के रूप में बेचा।
राहुल गांधी ने इस खबर को लेकर ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘बीजेपी सरकार में भीषण कोयला घोटाला सामने आया है। वर्षों से चल रहे इस घोटाले के जरिये मोदी जी के प्रिय मित्र अडाणी ने निम्न स्तरीय कोयले को तीन गुने दाम पर बेचकर हज़ारों करोड़ रुपये लूटे हैं, जिसकी कीमत आम जनता ने बिजली का महंगा बिल भरकर अपनी जेब से चुकाई है।’’
उन्होंने सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री बताएंगे कि इस खुले भ्रष्टाचार पर प्रवर्तन निदेशालय , केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और आयकर विभाग को शांत रखने के लिए कितने ‘टेंपो’ लगे? कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘चार जून के बाद ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार इस महाघोटाले की जांच कर जनता से लूटी गई पाई-पाई का हिसाब करेगी।’’
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक बयान में कहा कि जैसे-जैसे ‘इंडिया’ गठबंधन की चुनावी गति तेज हो रही है, ‘मोदानी महाघोटाले’ के खुलासे की गति भी तेज हो गई है। रमेश ने आरोप लगाया कि अडाणी समूह ने कम गुणवत्ता वाले कोयले बेचने से संबंधित इस अनयिमतता से 3,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त मुनाफा कमाया, जबकि आम आदमी को अत्यधिक बिजली बिल और बढ़ते वायु प्रदूषण का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा, ‘‘यह प्रधानमंत्री के मित्रों के बेखौफ होने का एक और उदाहरण है। इन लोगों ने पिछले एक दशक से कानून का उल्लंघन करके और सबसे कमजोर भारतीय नागरिकों का शोषण करके खुद को समृद्ध किया है, क्योंकि उन्हें लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी का मित्र होने के चलते वो कुछ भी कर सकते हैं।’’
रमेश ने दावा किया कि वायु प्रदूषण से हर साल 20 लाख भारतीय नागरिकों की मौत होती है।उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री और उनके करीबियों के लिए जो ‘अमृत काल’ है, वह अन्य लोगों के लिए ‘विष काल’ है। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनने के साथ ही इस तरह के मामलों की जांच के लिए जेपीसी गठित की जाएगी।