बीरेंद्र कुमार झा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेसवार्ता आयोजित कर अडानी मामले पर मीडिया से बातचीत की।इस दौरान जहां एक तरफ उन्होंने अडानी ग्रुप पर हमला किया वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस मामले में लपेटे में लिया।साथ ही सेबी के जांच पर भी संदेह प्रकट किया।
राहुल गांधी के संबोधन की प्रमुख बातें
* प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अडानी मामले में देश का पैसा बाहर भेजा जा रहा है।
* राहुल गांधी ने कहा की प्रमुख वैश्विक समाचार पत्रों ने अडानी मामले पर बहुत महत्वपूर्ण सवाल उठाए हैं। साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि इस मामले में सेबी की भी जांच हुई, लेकिन अडानी को क्लीन चिट दे दी गई ,बहुत साफ है कि इसमें कुछ गड़बड़ है ।
* कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ऑर्गेनाइज्ड क्राईम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट(OCCRP)द्वारा अडानी समूह के खिलाफ लगाए गए आरोपी को लेकर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि इस मामले में संयुक्त संसदीय समिति (JPC )का गठन कर जांच की जानी चाहिए।
* राहुल गांधी ने कहा की G- 20 की बैठक से पहले यह मामला सामने आया है और यह देश की प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ विषय है।
* राहुल गांधी ने कहा कि यह स्पष्ट होना चाहिए कि देश से बाहर भेजा गया एक अरब डॉलर किसका पैसा है ?उन्होंने यह सवाल भी किया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI)सऔर प्रवर्तन निदेशालय (ED) जैसी एजेंसियां गौतम अडानी से पूछताछ क्यों नहीं कर रही है?
*राहुल गांधी ने कहा कि मौजूदा माहौल G-20 का है। यह दुनिया में भारत की स्थिति को लेकर है। भारत जैसे देश के लिए बहुत जरूरी है कि हमारे आर्थिक माहौल में पारदर्शिता और व्यापार में समान अवसर हो।दो प्रमुख वैश्विक अखबारों ने इस पर महत्वपूर्ण सवाल उठाए हैं।
* राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को घेरते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को खुद को पाक साफ साबित करना चाहिए ।जेपीसी गठित होनी चाहिए।कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि आखिर प्रधानमंत्री अडानी समूह के खिलाफ लगे आरोपों की जांच क्यों नहीं होने दे रहे हैं?
* राहुल गांधी ने दावा किया कि सेबी की जांच में अडानी समूह को क्लीन चिट दे दी गई है, और ऐसा करने वाला व्यक्ति फिर अडानी समूह के ही कर्मचारी बन गए हैं।
* गौरतलब है कि ओसीसीआरपी अडानी समूह पर निशाना चाहते हुए गुरुवार को आरोप लगाया कि उसके प्रवर्तक परिवार के साझेदारों से जुड़ी विदेशी इकाइयों के जरिए अडानी समूह के शेयरों में करोड़ों डॉलर का निवेश किया गया।
अडानी समूह ने सभी आरोपों को किया खारिज
अडानी समूह ने इन सभी आरोपी को खारिज किया है। जॉन सोरोस और रॉकफेलर ब्रदर्स फंड द्वारा वित्त पोषित संगठन ने ऐसे समय में आरोप लगाए हैं, जब कुछ महीने पहले अमेरिकी वित्तीय शोध एवं निवेश कंपनी हिंडनवर्ग ने अडानी समूह पर बही – खातों में धोखाघड़ी तथा शेयरों के भाव में गड़बड़ी के साथ विदेशी इकाइयों के अनुचित उपयोग का आरोप लगाया था। इन आरोपों के बाद अडानी समूह के शेयरों में बड़ी गिरावट आई थी।