बीरेंद्र कुमार
उड़ीसा के जगन्नाथ पुरी के भगवान जगन्नाथ जी की जमीन का डिजिटलाइजेशन किया जाएगा। राज्य एवं राज्य के बाहर भगवान जगन्नाथ जी की कितनी जमीन है,यह जमीन कहां पर है ? इसके विशेष तथ्य के लिए डिजिटल डाटा बेस तैयार किया जाएगा। श्री मंदिर संचालन कमेटी की बैठक में उक्त बातों का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा श्री मंदिर सेवायत आदर्श गुरुकुल एवं सेवक आवास योजना को कार्यकारी बनाने के लिए बैठक में विशेष दिया गया है।
बैठक में विशेष अतिथि और गणमान्य लोग उपस्थित रहे
गणपति महाराज दिव्य सिंह देव की अध्यक्षता में नीलाद्री भक्त निवास में श्री मंदिर की प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में श्री मंदिर के मुख्य प्रशासक वीर विक्रम यादव, उप प्रशासक एवं जिलाधीश समर्थ वर्मा, पुलिस अधीक्षक डॉक्टर के विशाल सिंह, श्री मंदिर विकास प्रशासक अजय कुमार जेना, प्रबंध समिति सदस्य दर्शन पटनायक और पुरातत्व विभाग के अधीक्षक अरुण मलिक प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
डिजिटलाइजेशन के लिए श्री मंदिर संचालन कमेटी ने लिया निर्णय
बैठक में छत्तीसनिजोग की पिछले दिनों हुई बैठक में लिए गए कार्तिक नीति को कमेटी में अनुमोदित कर दिया है। इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण प्रसंग था कि महाप्रभु की कितनी जमीन कहां है? महाप्रभु की इस जमीन के डिजिटिलाइजेशन के लिए श्री मंदिर संचालन कमेटी ने निर्णय लिया है। ओरसेक टेक्नोलॉजी को इसका दायित्व दिया गया है। ओरसेक टेक्नोलॉजी डिजिटलाइजेशन सॉफ्टवेयर विकसित करेगा। इसके लिए ओरसेक से डीपीआर मांगा गया है। ओरसेक के डीपीआर का श्रीमंदिर संचालन कमेटी पहले अनुमोदन करेगी और इसके बाद इसे राज्य सरकार के पास अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा। इसी हिसाब से महाप्रभु जगन्नाथ जी की जमीन कहां और कितनी है, उसका विस्तृत डाटा बेस तैयार किया जाएगा।
बहुत जल्द पूरा किया जायेगा रजिस्ट्रेशन का काम
सेवायत आदर्श गुरुकुल सोसायटी अधिनियम चलाने के निर्णय के बाद इसे सोसाइटी एक्ट में पंजीकरण के लिए आईजी रजिस्ट्रेशन में आवेदन किया गया है। सभी आपत्तियों का जवाब दिया गया है, इसमें यदि और भी कोई आपत्ति है तो फिर उसका जवाब दिया जाएगा और बहुत जल्दी ही रजिस्ट्रेशन का काम पूरा कर लिया जाएगा।
बिरला फाउंडेशन के साथ विस्तृत चर्चा करने का निर्णय
वहीं दूसरी तरफ आदर्श गुरुकुल के लिए चयनित भूमि को लीज के आधार पर आदर्श गुरुकुल समाज को पट्टे पर देने का निर्णय लिया गया है। सेवायत आदर्श गुरुकुल को चलाने के लिए बिरला मेडिकल रिसर्च एंड एजुकेशन फाउंडेशन के साथ एएमयू पर जल्दी ही हस्ताक्षर होने जा रहा है। ऐसे में श्री मंदिर की प्रबंधन समिति ने बैठक में बिड़ला फाउंडेशन के साथ विस्तृत चर्चा करने का निर्णय लिया है, जिसके तहत मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा।