बीरेंद्र कुमार झा
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस समय झारखंड के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। दौरे के प्रथम दिन आज उन्होंने देवघर में बाबा बैद्यनाथ की पूजा अर्चना की और इसके बाद वे राजधानी रांची पहुंची। यहां राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने उनकी अगवानी की। आज रांची में उन्होंने झारखंड हाईकोर्ट के नए भवन के उद्घाटन का लोकार्पण समारोह में हिस्सा लिया।
लोगों को सही मायने में न्याय मिलना चाहिए
झारखंड के हाईकोर्ट के नए भवन का उद्घाटन करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि यहां भारत के मुख्य न्यायाधीश और झारखंड के चीफ जस्टिस के अलावा बहुत से जज, वकील और विद्वान मौजूद हैं बहुत से केस हाईकोर्ट में फाइनल होते हैं। बहुत से केस का फैसला सुप्रीम कोर्ट से आता है जिनके पक्ष में फैसला आता है वह खुश होते हैं।5, 10 या 20 साल के बाद उनकी खुशी गायब हो जाती है,क्योंकि जिसके लिए वे खुश होते थे वह उनको मिलता ही नहीं है।जिसके लिए समय, रुपया और रातों की नींद बर्बाद की वह खुशी उन्हें नहीं मिलती है जिससे वे फिर से दुखी हो जाते हैं। राष्ट्रपति ने कहा मैं एक छोटे से गांव से आई हूं। मैं फैमिली काउंसलिंग सेंटर की एक सदस्य थी।कुछ केस फाइनल होने के बाद हम उनके घर जाते थे, यह देखने के लिए जिस केस का फाइनल किया वह परिवार ठीक है या नहीं। बहुत से लोग अपने फैसले लेकर मेरे पास आते हैं कि यह फैसला तो हमारे पक्ष में आ गया, लेकिन हमें न्याय नहीं मिला। मुझे नहीं मालूम सुप्रीम कोर्ट के आगे भी कुछ होता है।ऐसे लोगों का कुछ हो सकता है। राष्ट्रपति ने कहा कि चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने मुझे बताया कि ऐसे मामले होते हैं। लोग कंटेम्प्त यानि अवमानना में जा सकते हैं। आप सभी जज बैठे हैं, वकील बैठे हैं, कानून मंत्री भी यहां बैठे हैं। इसका कोई रास्ता है या नहीं ? आप सबको इसका रास्ता निकालना चाहिए।लोगों को सही मायने में न्याय मिलना चाहिए। यह जिम्मेदारी आप सब की है। राष्ट्रपति ने कहा कि इसका रास्ता जरूर होगा। नियम हम बनाते हैं, अगर नियम नहीं है तो नियम बनाना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि लोगों को न्याय मिलना चाहिए। मैं चीफ जस्टिस के पास बहुत से लोगों को भेजूंगी। आज लोग मेरे पास नहीं पहुंच पाते हैं, पहले बहुत से लोग आते थे। मैं उन्हें कहीं भेजती थी लेकिन वह कहां गायब हो जाते थे ,यह मुझे नहीं मालूम होता था।महामहिम ने बार बार कहा कि लोगों को असल में न्याय मिलना चाहिए।
लोगों को न्याय मिले यह सुनिश्चित करना चाहिए
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि लोगों को न्याय मिले यह सुनिश्चित करना चाहिए उन्होंने कहा कि मैं अंग्रेजी में भाषण दे रही हूं, लेकिन स्थानीय भाषा की बात कर रही हूं। चीफ जस्टिस ने आज हिंदी में भाषण दिया। आप भविष्य में भी हिंदी में ही भाषण दें। इससे अन्य जज भी प्रभावित होंगे। राष्ट्रपति ने कहा कि में जेल में बंद अंडरट्रायल कैदियों की मदद नहीं कर सकती। लेकिन आज मैं जजों और वकीलों के बीच हूं ।जेल में भीड़ बहुत ज्यादा है ।वहां लोगों का जीवन दूभर हैं ऐसे लोगों को न्याय मिलना चाहिए।
झारखंड हाईकोर्ट ने दो दशक में कई उपलब्धियां हासिल की
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि झारखंड हाई कोर्ट आज एक नया लैंड मार्क हासिल करने जा रहा है। हाईकोर्ट की स्थापना नवंबर 2000 में हुई थी।करीब दो दशक में इसने कई उपलब्धियां हासिल की हैं। झारखंड हाईकोर्ट की खूबियों की उन्होंने तारीफ की। इस प्रोजेक्ट में शामिल सभी लोगों की उन्होंने सराहना की। राष्ट्रपति ने कहा कि कोर्ट न्याय का मंदिर है।