अखिलेश अखिल
देश की राजधानी मुंबई राजनीतिक अखाड़ा बनने जा रहा है। इंडिया गठबंधन की बैठक इस मुंबई में पहले से तय की गई थी। यह बैठक 31 अगस्त और एक सितम्बर को होनी है। इसकी तैयारी भी जोरों पर हैं। और इस गठबंधन से जुड़े सभी नेताओं में काफी जोश भी भरा हुआ है। पटना से लाली यादव गरज रहे हैं तो मुंबई से संजय राउत बीजेपी पर हमला करने रहे हैं। नीतीश कुमार मीठे वचन में ही बीजेपी का छक्का छुड़ा रहे हैं और खड़गे मौजूदा सरकार की नीतियों की बखिया उधर रहे हैं।
लेकिन मजे की बात यह देखिये अब एनडीए भी मुंबई में ही एक सितम्बर को बैठक करने जा रहा है। एनडीए की तरफ से कहा गया है कि उनक बैठक तो काफी समय से लंबित थी लेकिन अब एक तारीख को यह बैठक संपन्न की जाएगी। बता दें कि दिल्ली में एनडीए की जब बैठक हुई थी तब उसमे 32 दल शामिल हुए थे। बीजेपी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा था कि संगठन बनाने में भी कांग्रेस बीजेपी का मुकाबला नहीं कर सकती। क्योंकि आज भी उसके साथ 32 पार्टियां हैं जबकि कांग्रेस के साथ 26 पार्टियां। लेकिन जबसे नीतीश कुमार ने यह कहा है कि मुंबई की बैठक में इंडिया के साथ चार से पांच पार्टियां जुड़ सकती है। नीतीश कुमार के इस बयान के बाद बीजेपी की नींद ख़राब हो गई है।
उदार दो दिनों तक मुंबई की बैठक में क्या कुछ देश की निगाह टिकी हुई है। इंडिया की मेजबानी जहां शरद पवार और उद्धव ठाकरे कर रहे हैं वही एनडीए बैठक की मेजबानी अजित पवार कर रहे हैं। यह सब मौजूदा भारत का एक अजीब राजनीति खेल है जिसकी कल्पना नहीं की गई थी। मानो महाभारत की युद्ध की तैयारी है। राजनीतिक दुश्मनी चरम पर है और कोई किसी को अब छोड़ने को तैयार नहीं।
इस बीच पटना से लालू एक बयान आया है। उन्होंने मुंबई बैठक को लेकर कहा है कि वह मुंबई की बैठक में नरेंद्र मोदी की नरेटी (गला) पर चढ़ने जा रहे हैं।हम लोग उनका नरेटी पकड़े हुए है। मोदी को हटाना है।
मुंबई में होने जा रही बैठक को देखते हुए कहा जा सकता है कि 18 जुलाई के बाद अब 1 सितंबर को देश की आर्थिक राजधानी में दोनों ही गठबंधनों के बीच सीधी टक्कर दिखाई देगी।एक तरफ इंडिया गठबंधन की बैठक होगी तो दूसरी तरफ मुंबई में एनडीए के सहयोगी दलों की भी जुटान होगी। एनडीए की होने वाली मीटिंग में अजित पवार गुट मुख्य भूमिका में होगी। इस बैठक में एनसीपी के अजित पवार के गुट का प्रतिनिधित्व सुनील तटकरे करेंगे। जब इस मीटिंग की टाइमिंग को लेकर सुनील से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा ‘हमारी मीटिंग की तारीख काफी पहले ही तय हो गई थी। मानसून सत्र से पहले ही हमारी कोऑर्डिनेशन कमेटी ने इस बैठक को लेकर समय तय कर दिया था। इसलिए ऐसा नहीं कहा जा सकता कि इंडिया गठबंधन की बैठक को देखते हुए यह मीटिंग रखी गई है।’
विपक्षी गठबंधन बनाने में मुख्य भूमिका निभाने वाले नीतीश कुमार ने मुंबई में होने वाली बैठक को लेकर कहा ‘इस मीटिंग में 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा होगी। इसके अलावा मीटिंग में हमारा अजेंडा और सीट शेयरिंग का फॉर्मूला भी तय किया जाएगा। कुछ और दल भी गठबंधन में शामिल होना चाहते हैं। हम 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले ज्यादा से ज्यादा दलों को साथ लाने के प्रयास में हैं।’