न्यूज़ डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं का शनिवार को आह्वान किया कि वे आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी को 370 से अधिक सीटें जिताने के लक्ष्य को एक आंकड़ा नहीं, बल्कि डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि समझ कर प्राप्त करें। मोदी ने भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन के शुभारंभ के पहले पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए यह भी आह्वान किया कि हर बूथ पर भाजपा के 370 वोट बढ़ाएं
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा को 370 और एनडीए को 400 पार पहुंचाने का लक्ष्य मात्र एक आंकड़ा नहीं है। डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जम्मू -कश्मीर को भारत का अटूट एवं अविभाज्य अंग बनाने के लिए बलिदान दिया था। हर कार्यकर्ता उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए आगे आए और इसे एक आंकड़े के रूप में नहीं, बल्कि श्रद्धांजलि के रूप में लें।
तावड़े ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भाजपा और राजग जो सीटें लड़नी है, उनके उम्मीदवार की घोषणा कर दी और वह उम्मीदवार है – कमल का फूल। उन्होंने आह्वान किया कि सभी कार्यकर्ता कमल को जिताने के लिए कमर कस लें। जिन लोगों को केंद्र या राज्य की सरकारों की योजनाओं का लाभ मिला है, उनसे 100 दिनों में संपर्क करें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हर बूथ पर भाजपा के कार्यकर्ता अगले 100 दिन तक पिछली बार प्राप्त वोटों में कम से कम 370 वोटों की वृद्धि करें। उन्होंने कहा कि जो प्रथम बार के वोटर हैं, उन्हें पूरी ताकत से भाजपा के पक्ष में मतदान के लिए प्रेरित करें। महिलाओं को मात्र वोटर नहीं समझें बल्कि माताओं बहनों का आशीर्वाद प्राप्त करें।
तावड़े ने कहा कि केंद्र में 10 साल के शासन के साथ ही स्वयं श्री मोदी के संवैधानिक शासनाध्यक्ष के रूप में 23 साल पूरे हो गए हैं और पूरे कालखंड में उन पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा है। यह बात जनता तक पहुंचानी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष तू-तू मैं-मैं की राजनीति करेगा और अनावश्यक आरोपों का कीचड़ उछालेगा। लेकिन हमें गरीब कल्याण के कामों से लेकर विकास की उपलब्धियों के आधार पर जनता का समर्थन हासिल करना है।
पार्टी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने अपने संबोधन में कहा कि 10 साल के विकास की यात्रा अभूतपूर्व रही है। सबका साथ सबका विकास सबका प्रयास सबका विश्वास के आधार पर काम किया गया है। गांव चलो अभियान में 7.5 लाख गांवों में सफलतापूर्वक पहुंचा। दस दशमलव 46 लाख बूथों में से 8.5 लाख बूथ तक पहुंच पाए। एक सौ 61 हारी हुई सीटों पर केन्द्रीय मंत्रियों के 430 प्रवास हुए हैं।