न्यूज़ डेस्क
पीएम मोदी मंगलवार से तमिलनाडु के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे। जानकारी के मुताबिक़ पीएम मोदी बुधवार को कुलसेकरपट्टिनम में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानि इसराे के दूसरे स्पेसपोर्ट की आधारशिला रखेंगे। मोदी अपनी यात्रा के दौरान तिरुपुर, थूथुकुडी, मदुरै और तिरुनेलवेली में लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के कार्यक्रमों सहित विभिन्न कार्यक्रमों में भी भाग लेंगे।
जानकारी के मुताबिक मोदी सुलूर से भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष के.अन्नामलाई की राज्यव्यापी ‘एन मन एन मक्कल’ (मेरी मिट्टी, मेरे लोग) यात्रा के समापन दिवस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सड़क मार्ग से तिरुपुर के लिए रवाना होंगे। इस यात्रा ने राज्य के सभी 234 विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया और अन्नामलाई कल शाम मोदी की उपस्थिति में तिरुपुर में यात्रा का समापन करेंगे।
प्रधानमंत्री एक विशाल रैली को भी संबोधित करेंगे जो लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के अभियान की शुरुआत का संकेत भी देगी। रैली के बाद वह तिरुवनंतपुरम लौटेंगे और अगले दिन सुबह हेलिकॉप्टर से थूथुकुडी पहुंचेंगे।
मोदी बुधवार को दक्षिणी थूथुकुडी जिले के कुलसेकरपट्टिनम में इसरो के दूसरे स्पेसपोर्ट की आधारशिला रखेंगे। थूथुकुडी में वीओसी पोर्ट पर एक कार्यक्रम में, वह बंदरगाह में बनाई जाने वाली नई सुविधाओं की आधारशिला रखेंगे, जिसमें उत्तरी कार्गो का हेसेनाइजेशन, 50 लाख लीटर प्रति दिन अलवणीकरण संयंत्र की स्थापना और बहुप्रतीक्षित बाहरी बंदरगाह विकास शामिल है। इसके बाद वह मदुरै में एक समारोह में भाग लेंगे, जहां उनके 7,000 करोड़ रुपये से अधिक के परिव्यय की लागत से निर्मित कुछ परियोजनाओंका शुभारंभ करने की उम्मीद है।
इस बीच, रिपोर्टों में कहा गया है कि मोदी के लोकसभा चुनाव के सिलसिले में चार मार्च को फिर से तमिलनाडु जाने और भाजपा के गठबंधन दल के नेताओं से मिलने तथा उनके साथ एक संयुक्त रैली को संबोधित करने की संभावना है।
दूसरे स्पेसपोर्ट के बारे में इसरो ने कहा कि इसका उपयोग विशेष रूप से केवल छोटे उपग्रह प्रक्षेपण यान (एसएसएलवी) मिशनों को लॉन्च करने के लिए किया जाएगा ताकि उपग्रहों को पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित किया जा सके। श्रीहरिकोटा का स्पेसपोर्ट पीएसएलवी, जीएसएलवी, एलएमवी-3 और अन्य मिशनों सहित सभी रॉकेट लॉन्च के लिए प्राथमिक केंद्र बना रहेगा। शार रेंज में दो लॉन्च पैड हैं।
कुलसेकरापट्टनम स्पेसपोर्ट की स्थापना भारत के अंतरिक्ष अन्वेषण प्रयासों में भौगोलिक लाभ प्रदान करने के अलावा, भारत के अंतरिक्ष अन्वेषण कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी। दूसरा रॉकेट प्रक्षेपण केंद्र लगभग 950 करोड़ रुपये की लागत से 2,233 एकड़ क्षेत्र में बनेगा और यह भारत की अंतरिक्ष अन्वेषण यात्रा में एक नए युग की शुरुआत करेगा।