संसद में ऑपरेशन सिंधु को लेकर विपक्ष द्वारा प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार पर तरह-तरह के आरोप लगाए जा रहे थे इस पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक तरफ जहां देशवासी सी और अपनी सरकार को बड़प्पन दिया तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस समेत विपक्षी राजनीतिक दलों पर चुन चुन कर प्रहार किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा करते हुए इस सत्र को विजयोत्सव और भारत के गौरव गान का सत्र बताया। उन्होंने कहा कि आज वे आतंकी हेड क्वार्टर को मिट्टी में मिलाने के उद्देश्य से चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का शौर्य गान के लिए, देश की 140 करोड़ की आबादी की एकता ,इच्छाशक्ति और भारत की अप्रतिम जीत का गौरव गान करने के लिए खड़े हुए हैं।जिन्हें भारत का यह पक्ष नहीं दिखता है उन्हें आईना दिखाने के लिए खड़ा हुआ हूं,140 करोड़ की भावनाओं की गूंज सुनाने के लिए खड़ा हुआ हूं।
प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर कॉमेडी इस अपार सफलता में अपना अमूल्य योगदान देने के लिए देश की 140 करोड़ की जनता के प्रति आभार प्रकट करते हुए इसे अपने ऊपर एक कर्ज बताया।
ब्यौरेबार घटनाओं का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया की 22 अप्रैल को पहलगाम की घटना में धर्म पूछ पूछ कर परिवार के सामने गोली मारकर आतंकियों ने भारी क्रूरता का परिचय दिया ।यह आतंक की पराकाष्ठा थी।दरअसल यह भारत को हिंसा की आग में झोंकने का एक सुविचारित प्रयास था,देश ने दंगा फैलाने का प्रयास था ।लेकिन देश ने उनके इस साजिश को नाकाम कर दिया।
उन्होंने कहा कि घटना के बाद सार्वजनिक रूप से विश्व को समझने के लिए अंग्रेजी में भी मैंने अपने भाषणों में आतंकियों को और उसके आंखों को मिट्टी में मिलने की सार्वजनिक रूप से घोषणा की थी मैंने कहा था कि आतंकियों को ही नहीं उनके आंखों को भी कड़ी सजा मिलेगी।
विदेश से लौटकर पहलगाम जाने की जगह बिहार में चुनाव प्रचार के लिए जाने के मुद्दे को भी बिना कोई मुद्दा बनाते हुए उन्होंने बताया कि जिस समय यह घटना घटी थी,उस समय में विदेश में था मैं तुरंत वहां से भारत लौटा और लौटकर सेना के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की और उन्हें साफ निर्देश दिया कि आतंकवाद को करारा जवाब देना होगा ।उन्होंने सेना के साथ हुए बैठक में तय किए गए सारे मुद्दों को राष्ट्रीय संकल्प बताया। उन्होंने कहा की सेना ने अपने उद्देश्य के बारे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सारी बातें स्पष्ट कर दी थी।
उन्होंने कहा कि भारतीय सैन्य बलों की क्षमता पर उन्हें और देश को पूरा विश्वास और भरोसा है। यही कारण था कि उन्होंने सेना को इस बात की खुली छूट दे दी थी कि आक्रमण कब कहां और कैसे करना है इसे वह खुद तय करे और ऑपरेशन सिंदूर को अमली जामा पहनाए।
उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है की भारतीय सेवा ने आतंकियों को ऐसी सजा दी जिससे आज भी आतंक के आओ की नींद उड़ी हुई है। उन्होंने सेवा की इस सफलता को देशवासियों का सफलता बताते हुए कहा की की पहलगाम पर आतंकी हमले के बाद से ही पाकिस्तान की सेवा को भारत की तरफ से बड़ी कार्रवाई होने का अंदेशा था यही कारण था कि उनके तरफ से न्यूक्लियर हमले की धमकी आनी शुरू हो गई। लेकिन भारत ने पाकिस्तान के किसी भी धर्म की की चिंता किए बगैर 6 में की रात और 7 में की सुबह कार्यक्रम के अंतर्गत पाकिस्तान के ऊपर कारवाई कर दी और पाकिस्तान कुछ भी नहीं कर सका 22 मिनट में भारतीय सेवा ने 22 अप्रैल को हुई पहलगाम आतंकी हमले का बदला अपने तय लक्ष्य के अनुसार ले लिया और फिर उसे पाकिस्तान को इस बात की सूचना भी दे दी
पहली बार भारतीय सेना ने ऐसी रणनीति बनाई जिससे यह जहां चाहती थी, वहां पहुंची और पाकिस्तान के हर कोने में मौजूद आतंक के अड्डे को नष्ट कर दिया ।बहावलपुर और मुरीद के आतंकियों के बड़े अड्डे को जमीनदोज कर अपना लक्ष्य पूरा कर लिया।
भारत की सेना ने पाकिस्तान के न्यूक्लियर धमकी को झूठा साबित कर दिया और यह सिद्ध कर दिया कि भारत के आगे पाकिस्तान का न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग अब आगे नहीं चलेगा ।
ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने अपनी बेहतर तकनीकी क्षमता भी दिखाई। सही तकनीकी क्षमता से एयर बेस पर हमला किया ।आज तक भी पाकिस्तान के कई एयरबेस आईसीयू में पड़ा हुआ है ऑपरेशन सिंदूर तकनीकी युद्ध में भी सफल सिद्ध हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारत के 10 साल की तैयारी का बेहतरीन नमूना है। इसमें भारत की कोई क्षति नहीं हुई ।अगर ऐसी तैयारी पिछले 10 वर्षों में नहीं की गई होती तो इस युद्ध में भारत को बड़ा नुकसान उठाना पड़ता।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा ऑपरेशन सिंदूर ने पहली बार आत्मनिर्भर भारत को दुनिया की पहचान में लाया है भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में मेड इन इंडिया तोप,मिसाइल आदि का प्रयोग कर पाकिस्तान को घुटने पर लाकर खड़ा कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिस सीडीएस जैसे महत्वपूर्ण पद का हमारे सरकार ने सृजन किया। इससे इस समय तीनों सेना का ज्वाइंट ऑपरेशन होने से पाकिस्तान के छक्के छूट गए। कांग्रेस को लपेटे में लेते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार के समय आतंकी हमला करने के बाद आतंकी सरगना निश्चिंत रहते थे और आगे की रणनीति बनाने में जुट जाते थे क्योंकि तब इन पर कुछ नहीं होता था। लेकिन अब उन्हें नींद नहीं आती है, क्योंकि उन्हें लगता है कि भारत आएगा और मार कर चला जाएगा । यह न्यू नॉर्मल भारत है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर से सिंधु तक चला कर यह तय कर दिया कि भारत पर आतंकी हमला करने की कीमत अब उन्हें चुकानीही पड़ेगी। भारत पर आतंकी हमला हुआ तो भारत अपनी शर्तों पर जवाब देकर रहेगा किसी का कोई ब्लैकमेलिंग नहीं चलेगा। आतंक पर सरकार और आतंक के आका केओ को अब भारत आतंकियों से अलग नहीं देखेगा।
ऑपरेशन सिंदूर पर विपक्ष द्वारा विदेश से समर्थन नहीं मिलने पर जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ के 193 देश में तीन देश को छोड़कर जो पाकिस्तान के साथ थे बाकी हर देश ने भारत का समर्थन किया था। उन्होंने कहा कि भारत के इस ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को पूरे दुनिया के लोगों ने सराहा लेकिन कांग्रेस का समर्थन इसे नहीं मिला हमले के बाद तीन चार दिन में ही यह कहने लगे कि कहां गई 56 इंच की छाती, कहां गया मोदी ,खूब मजा ले रहे थे। निर्दोष लोगों की हत्या में भी राजनीतिक बयान बाजी और इनके छिछोरेपन को देश के लोगों ने देखा। ये लोग भारत का मनोबल गिरा रहे थे। कांग्रेस को भारत के लोगों की भावनाओं और सेना पर भरोसा नहीं है, इसलिए वे ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठा रहे हैं। ऐसा कर ये मीडिया में जगह पा रहे हैं, लेकिन देशवासियों के दिल में उनके लिए जगह नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 मई को भारत द्वारा स ऑपरेशन सिंदूर के तहत एक्शन रोकने की घोषणा की तो कांग्रेस तरह-तरह की बातें करने लगी ।सीमा पार से आने वाले प्रोपेगंडा फैलाने लागू।सेना द्वारा दिए गए तथ्यों को जानकारी की जगह पाकिस्तान के झूठे प्रचार में सहायक होने लगे ।दरअसल भारत में आतंक को लेकर हमेशा एक लक्ष्य तय किया और फिर अपने ऑपरेशन से उसे पूरा किया।भारत ने जैसे सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक का लक्ष्य पूरा किया उसी तरह से ऑपरेशन सिंदूर का लक्ष्य आतंकी और आतंक के आकाओं को ठिकाने लगाना था वह लक्ष्य हमने पूरा किया। इसके बाद जब पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ से गुहार लगाई क्या बहुत मार लिया अब मार जलने की ताकत नहीं है अब तो हमले रोक दो तब हमने कहा क्या हमारा लक्ष्य पूरा हो गया है और हमने अपने सरसों पर हमले को रोक दिया। ट्रंप का नाम लिए बिना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की भारत को युद्ध रोकने को लेकर किसी देश ने कभी कुछ नहीं कहा उन्होंने यह जरूर कहा कि 9 तारीख की रात अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने उन्हें फोन किया था और बताया था कि पाकिस्तान भारत पर हमला कर सकता है तब मैंने उसे जवाब दिया था कि अगर पाकिस्तान ऐसा करेगा तो भारत पाकिस्तान की सैन्य शक्ति को ताश-नस कर देगा उसकी गोली का जवाब गले से देगा और हमने वैसा ही किया हमने यात्रा किया है कि अब हर आतंकी हमला को उसे देश के द्वारा किया गया आक्रमण माना जाएगा और इसका करारा जवाब दिया जाएगा इसलिए ऑपरेशन सिंदूर अभी रुका नहीं है। यह जारी है और यह बात पाकिस्तान को भी पता है क्या करवा आतंक क्यों के साथ खड़ा होगा तो फिर भारत उसकी इससे भी बुरी गति करेगा।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के दौरान कांग्रेस के नेहरू और इंदिरा से लेकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी तक को लपेटे में लिया। मुख्य रूप से उन्होंने पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर ऑक्साइ चीन जैसे मुद्दे के लिए नेहरू को जिम्मेदार ठहराया तो वहीं 1971 की युद्ध के बाद पी ओ के को भारत में मिलने के अवसर को गंवाने के लिए इंदिरा गांधी को दोषी दूसरी ठहराया ।बटला एनकाउंटर में सोनिया गांधी को आतंकवादियों का पक्ष लेकर रोने का मामला उठाया तो डोकलाम की घटना के समय राहुल गांधी द्वारा चीन के साथ राजीव गांधी फाउंडेशन को लेकर एक AMU करने का आरोप लगाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंधु जल समझौते में 80% जल और ज्यादातर निर्णय क्षमता पाकिस्तान को देने के लिए नेहरू को दोषी ठहराते हुए कहा कि अब उनकी सरकार नेहरू की की गई गलतियों को सुधारने में लगी हुई है।
आत्मनिर्भर भारत का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की अब भारत के लोग सी सैया सामानों के मामले में भी स्टार्टअप तैयार कर रहे हैं जिससे लोगों को जहां रोजगार मिल रहा है वहीं भारत के सैन्य सामान का निर्यात भी अब बहुत से देश में होने लगा है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के सैनिकों के सैया सामानों की आपूर्ति से लेकर अन्य सुविधाओं में इजाफा होने की बात भी की।
उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को देशवासियों द्वारा दिए गए अपार समर्थन के लिए उन्हें धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अपने भाषण का समापन किया।