प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार के पूर्णिया जिले के दौरे पर हैं।इस मौके पर आयोजित रैली में पीएम मोदी ने बिहार में 36 हजार करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पीएम मोदी ने देश के लिए जितना काम किया है, बिहार के लिए भी उतना ही काम कर रहे है। उन्हों ने कहा कि पीएम मोदी ने पूर्णिया एयरपोर्ट पर नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया है।इससे सभी लोगों को फायदा होगा. इस एयरपोर्ट के शुरू होने से क्षेत्र के लोगों को फायदा होगा। गौरतलब है कि पीएम मोदी ने आज 36,000 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान राष्ट्रीय मखाना बोर्ड की स्थापना की गई।साथ ही रेलवे लाइन और नई ट्रेन का शुभारंभ किया गया।पीएम मोदी का यह दौरा क्षेत्र के विकास और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पीएम मोदी ने देश के लिए जितना काम किया है, बिहार के लिए भी उतना ही काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने पूर्णिया एयरपोर्ट पर नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया है।इससे सभी लोगों को फायदा होगा इस एयरपोर्ट के शुरू होने से क्षेत्र के लोगों को फायदा होगा।
: प्रधानमंत्री मोदी के पूर्णिया दौरे पर बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सवाल उठाए हैं।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी आज पूर्णिया में जुमलों की बारिश करने से पहले कृपया अपने सभा स्थल से 2 से 3 किलोमीटर के दायरे में अव्यवस्थित जर्जर सड़क, शिक्षक विहीन स्कूल, बदहाल स्वास्थ्य केंद्रों और महिलाओं के साथ-साथ युवाओं की जनसमस्याओं को भी जान लीजिएगा। पूर्णिया के मेडिकल कॉलेज की बदहाल स्थिति आपने देखी ही होगी।
तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की एक रैली से बिहार जैसे गरीब राज्य पर 100 करोड़ का भारी-भरकम वित्तीय बोझ पड़ता है। वे बिहार में कई रैलियां कर चुके हैं, लेकिन जितना पैसा इन रैलियों में लगा, उससे बिहार के स्कूलों की चारदीवारी, खेल के मैदान तथा लड़कियों के लिए स्कूल में अलग से शौचालय का निर्माण हो सकता था। स्वास्थ्य केंद्रों में मानव संसाधन और दवाओं का प्रबंध हो सकता था पूर्णिया के मेडिकल कॉलेज की बदहाल स्थिति में भी बदलाव किया भीजा सकता था।
तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आने से शिक्षकों को टीचर से कंडक्टर बना दिया जाता है ।बसरकारी कर्मचारियों, जीविका दीदियों, आशा-ममता, शिक्षा मित्र, विकास मित्र और आंगनवाड़ी सेविका/सहायिकाओं को भीड़ लाने का मुश्किल टारगेट देकर तनाव दिया जाता है।क्या प्रधानमंत्री मोदी को याद है कि उन्होंने साढ़े 11 साल पहले पूर्णिया जिला में ही बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा किया था? क्या हुआ उस जुबान का? क्या आाज फिर झूठ और जुमले बेचने आ रहे हैं?