Homeदेशपीएम मोदी ने किया नालंदा यूनिवर्सिटी के नए कैंपस का लोकार्पण

पीएम मोदी ने किया नालंदा यूनिवर्सिटी के नए कैंपस का लोकार्पण

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार के राजगीर पहुंचकर नालंदा विश्वविद्यालय के नए कैंपस का उद्घाटन किया।पीएम मोदी ने प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के पास नए परिसर का उद्घाटन किया। इससे पहले पीएम मोदी ने यूनिवर्सिटी की धरोहर देखी। इस कार्यक्रम में विदेश मंत्री एस जयशंकर और आसियान देशों के प्रतिनिधियों समेत 17 देशों के राजदूत भी शामिल हुए।विदेश मंत्री एस जयशंकर का स्वागत जिला मजिस्ट्रेट डॉ. त्यागराजन ने किया।बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी प्रधानमंत्री के साथ कार्यक्रम में शामिल रहे।

पीएम मोदी का नालंदा आना बेहद खुशी की बात

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया।उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के हाथों नालंदा यूनिवर्सिटी का उद्घाटन होना बहुत खुशी की बात है। हम इस अवसर पर उनका स्वागत और अभिनंदन करते हैं।नीतीश कुमार ने कहा कि पीएम मोदी पहली बार नालंदा आये हैं और उन्होंने विश्वविद्यालय के पुराने परिसर को भी देखा है, यह बड़ी खुशी की बात है।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नये परिसर की परिकल्पना से लेकर इसके उद्घाटन तक के सफर को विस्तार से बताने का काम किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा का यह सबसे पुराना केंद्र हैं।यह खुशी की बात है कि प्रधानमंत्री जी आप यहां आ गये।

पानी और बिजली को लेकर आत्मनिर्भर है नया परिसर

नालंदा यूनिवर्सिटी में दो अकेडमिक ब्लॉक हैं, जिनमें 40 क्लासरूम हैं।यहां पर कुल 1900 बच्चों के बैठने की व्यवस्था है।यूनिवर्सिटी में दो ऑडिटोरयम भी हैं जिसमें 300 सीटे हैं।इसके अलावा इंटरनेशनल सेंटर और एम्फीथिएटर भी बनाया गया है,जहां 2 हजार लोगों के बैठने की क्षमता है।यही नहीं, छात्रों के लिए फैकल्टी क्लब और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स सहित कई अन्य सुविधाए भी हैं। नालंदा यूनिवर्सिटी का कैंपस नेट जीरो कैंपस हैं, इसका मतलब है कि यहां पर्यावरण अनुकूल के एक्टिविटी और शिक्षा होती है। कैंपस में पानी को रि-साइकल करने के लिए प्लांट लगाया गया है, 100 एकड़ की वॉटर बॉडीज के साथ-साथ कई सुविधाएं पर्यावरण के अनुकूल हैं।

पीएम मोदी ने प्रकट की कई जिज्ञासा

प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के भग्नावशेष का अवलोकन करने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुराने विश्वविद्यालय को लेकर कई जिज्ञासा प्रकट किये।प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के इतिहास और भूगोल की जानकारी भारतीय पुरातत्व विभाग के डायरेक्टर एस भट्टाचार्य व गाइड ने प्रधानमंत्री को दी। उन्होंने प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर के बारे में बारिकी से जानकारी दी। पीएम मोदी पूरे परिसर का अवलोकन करते रहे ,अपना ज्ञान वर्धन करते रहे।

2010 में हुई थी स्थापना

नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना 2010 में संसद द्वारा की गई थी।नालंदा विश्वविद्यालय को 2014 में बीजेपी की सरकार के आने के बाद बड़ा प्रोत्साहन मिला, जब इसने 14 छात्रों के साथ एक अस्थायी कैंपस से काम करना शुरू किया। विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य 2017 में शुरू हुआ था। सरकार ने ऐसा संस्थान बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जो आधुनिक दुनिया में प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को याद दिलाता हो। 5 वीं शताब्दी में स्थापित नालंदा यूनिवर्सिटी दुनिया भर से छात्रों को आकर्षित करता था। 12वीं शताब्दी में आक्रमणकारियों द्वारा जलाने से पहले यह प्राचीन विश्वविद्यालय 800 वर्षों तक फलता-फूलता रहा।

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