पीएम मोदी ने बिहार के सिवान में एक सभा को संबोधित किया।विपक्ष पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि हम कहते हैं सबका साथ और सबका विकास, लेकिन लालटेन और पंजे वाले कहते हैं परिवार का साथ और परिवार का विकास। इनकी राजनीति की कुल जमापूंजी यही है कि अपने-अपने परिवारों के हित के लिए यह करोड़ों परिवारों का अहित करने से नहीं चूंकते हैं। बाबा साहेब आंबेडकर भी इस प्रकार की राजनीतिक के खिलाफ थे। इसलिए यह लोग कदम-कदम पर बाबा साहेब का अपमान करते हैं। अभी देश ने देखा कि किस तरह से आरजेडी वालों ने बाबा साहेब का अपमान किया। आरजेडी वालों ने बाबा साहेब की तस्वीर के साथ क्या किया। बिहार में पोस्टर लगे हैं कि बाबा साहेब के अपमान पर माफी मांगों। लेकिन, ये लोग माफी नहीं मांगेंगे। क्योंकि इनके मन में दलित, महादलित, पिछड़ों और अतिपिछड़े के लिए कोई सम्मान नहीं है। आरजेडी और कांग्रेस वाले बाबा साहेब की तस्वीर को अपने पैरों में रखते है। लेकिन, मोदी बाबा साहेब को अपने दिल में रखता है। बाबा साहेब का अपमान कर वे लोग खुद को बाबा साहेब से भी बड़ा दिखना चाहते हैं। बिहार के लोग बाबा साहेब का अपमान कभी नहीं भूलेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि आरजेडी और कांग्रेस की करतूतें और इनकी कार्रवाई बिहार विरोधी है। निवेश विरोधी है। जब यह लोग विकास की बात करते हैं तो लोगों को अपनी दुकान, कारोबार, उद्योग-धंधे सब पर ताले लटकते नजर आते हैं। इसलिए यह लोग नौजवानों के दिल में कभी भी जगह नहीं बना पाए हैं। यह लोग गुंडा राज, माफिया राज, बेहाल इंफ्रास्ट्रकचर और भ्रष्टाचार के पोषक रहे हैं। एनडीए कैसा बिहार बना रही है, इसका उदाहरण मढ़ौरा रेल फैक्ट्री है। आज मढ़ौरा को पहला इंजन अफ्रीका भेजा जा रहा है। आप सोचिए कि अफ्रीका में भी बिहार का जय-जयकार होने वाला है। यह फैक्ट्री उसी सारण में बनी है जिसे पंजे और लालटेन वालों ने पिछड़ा कहकर छोड़कर दिया था। जंगलराज वालों ने बिहार को विकास के मामले में काफी पीछे छोड़ दिया था। आज बिहार में रोड, रेल, हवाई यात्रा और जल मार्ग और हर प्रकार इंफ्रास्ट्रकचर पर काफी निवेश हो रहा है। आज हम और बड़ी शुरुआत करने जा रही है। सावन शुरु होने से पहले बाबा हरिहरनाथ की धरती बाबा गोरखनाथ की धरती से जुड़ गई है। बिहार वासियों को एक और वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिली है। ऐसे प्रयासों से बिहार के उद्योग-धंधो को बल मिलेगा और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि बीते दशक में देश भर में चार करोड़ से अधिक गरीबों को पक्के घर मिल चुके हैं। आप कल्पना कीजिए चार करोड़ लोगों को पक्के घर मिला। इन घरों में सपने सजते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आज भी बिहार के 50 हजार परिवार के लिए घर की किस्त जारी किए गए हैं। मेरे लिए दोहरी खुशी की बात यह है कि यह घर माताओं और बहनों के नाम पर है। मेरी जिन बेटियों के नाम पर कभी कोई संपत्ति नहीं होती थी, अब वह अपने घरों की मालकिन बन रही है। हमारी सरकार घर के साथ-साथ बिजली पानी की सुविधा भी दे रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि इसी समय जंगलराज लाने वाले फिर से सपना देख रहे हैं कि बिहार के संसाधनों पर फिर से कब्जा कर सकें। इसके लिए वह तरह तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। आपको अपने भविष्य के लिए सतर्क रहना है। बिहार के विकास पर ब्रेक लगाने वालों को कोसों दूर रखना है। वो लोग हर चुनाव में यह लोग आकर बोलते थे कि गरीबी हटाओ-गरीबी हटाओ। लेकिन, आपने जब से एनडीए सरकार को मौका दिया तो पता चला कि गरीबी कम भी हो सकती है। देश की 25 करोड़ की आबादी गरीबी रेखा से बाहर आई है। विश्व के लोग अब तारीफ कर रहे हैं। बीते दशक में बिहार के करीब पौने चार करोड़ साथियों ने खुद को गरीबी से मुक्त किया है। आजादी के इतने दशकों बाद भी लोग गरीबी से दूर थे। यह इसलिए नहीं हुआ कि बिहार या देश के लोगों में मेहनत में कमी थी। इन्हें आगे बढ़ने का रास्ता नहीं दिया गया। लंबे समय के लिए कांग्रेस और आरजेडी राज ने इन्हें गरीबी में धकेल दिया। इनके राज में गरीब को घर नहीं मिलता था। शिक्ष, स्वास्थ्य और राशन तक मुहैया नहीं होती थी। गैस कनेक्शन के लिए सांसदों की सिफारिश लगानी पड़ती थी। नौकरी बिना सिफारिश के नहीं मिलती थी।
पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के रहने वाले हर व्यक्ति के सबसे बड़ी बात, उसका स्वाभिमान होता है। कठिन से कठिन परिस्थिति में बिहारी भाई-बहन काम करके दिखाते हैं। वह कभी अपने स्वाभिमान से समझौता नहीं करते। लेकिन, पंजे और लालटेन वालों ने मिलकर बिहार के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाई। इन लोगों ने ऐसी लूट मचाई कि गरीबी बिहार का दुर्भाग्य बन गई। अनेक चुनौतियों को पार करते हुए नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने बिहार को विकास की पटरी पर लाई है। मैं बिहार वासियों को विश्वास देने आया हूं कि हमने बहुत कुछ किया है, करते रहे हैं और करते रहेंगे। मोदी इतने दिन शांत रहकर,चुप होकर रहने वाला नहीं है। मुझे बिहार के लिए और भी बहुत कुछ करना है। आपके लिए करना है। यहां के गांव और घर-घर के लिए करना है। यहां के नौजवान के लिए काम करना है।
पीएम मोदी ने कहा कि आप सब जानते हैं कि मैं कल ही विदेश से लौटा हूं। उन्होंने कहा कि विश्व के सारे नेता भारत से काफी प्रभावित हैं। वह भारत को तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनते देख रहे हैं। इसमें बिहार की बड़ी भूमिका होने वाली है। बिहार समृद्ध होगा और देश के विकास में बड़ी भूमिका निभायेगा। मेरे इस विश्वास में आप सभी का सामर्थ्य है। आप सभी ने मिलकर जंगलराज का सफाया किया है। यहां के नौजवानों ने तो 20 साल पहले की बिहार की बदहाली सिर्फ किस्सों और कहानियों में सुनी है। जंगलराज ने बिहार का क्या हाल कर दिया था, वह जानते हैं। जिस बिहार ने सदियों तक भारत की प्रगति को नेतृत्व दिया, उस बिहार को पंजे और लालटेन के शिकंजे ने पलायन का प्रतीक बना दिया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोजपुरी भाषा में अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद को भी याद किया। उन्होंने कहा कि सीवान, सासाराम, बक्सर, मोतिहारी, बेतिया और आरा जैसे बिहार के सारे इलाके फले-फूले इस दिशा में यह प्रोजेक्ट बड़ी भूमिका निभाएगी। इससे गरीब, वंचित, दलित महादलित और पिछड़े-अतिपिछड़े समाज के लोगों का विकास होगा। मैंने सभी को इन प्रोजेक्ट के लिए बधाई देता हूं। अभी कल ही बारिश हुई। सुबह भी बारिश हुई। इसके बावजूद आप लोग इतनी बड़ी संख्या में आए, इसके लिए मैं आपका हृदय से धन्यवाद करता हूं।
मंच पर मौजूद सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार जिस तरह से काम कर रही है, उससे यह बात समझ लीजिए कि बिहार बहुत आगे बढ़ जाएगा। मैं एक बार फिर से पीएम मोदी का अभिनंदन और स्वागत करता हूं। उन्होंने बिहार को जो सौगातें दी है, उसके लिए भी मैं पीएम मोदी का धन्यवाद करता हूं।