वैसे तो लोकसभा चुनाव में तैयार हुआ इंडिया गठबंधन का कुछ हिस्सा लोकसभा चुनाव के दौरान ही ढहता नजर आया था जब पंजाब में आप और कांग्रेसी अलग – अलग चुनाव लड़ा था। लेकिन जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में तो यह पूरी तरह से बिखरता हुआ नजर आने लगा है,क्योंकि लोक सभा की तरह इसमें अन्य राज्यों में साथ चलने वाला विकल्प नहीं है। इंडिया गठबंधन के मंच पर साथ-साथ दिखने वाली नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी जम्मू – कश्मीर में हो रही विधान सभा चुनाव में बड़ी दूरी बनाती दिख रही है ।
जम्मू – कश्मीर के विधानसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर आज जब पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम हमेशा अकेले रहे हैं।जब से हमारी पार्टी बनी है,हम हमेशा अकेले चुनाव लड़े हैं और लोगों के सहारे लड़े हैं।लोगों की तकलीफें दूर करने के लिए लड़े हैं ।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस का गठबंधन हो चुका है। दोनों के बीच सीटों पर भी समझौता हो चुका है।इसके बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि यदि कोई दल साथ आना चाहे तो उसका स्वागत है ।लेकिन अब पीडीपी अध्यक्ष के बयान से तो यह साफ झलक रहा है कि तीनों दल इस चुनाव में साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ने जा रहे हैं ।
पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष मेहबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिज़ा मुफ्ती मंगलवार को नामंकन करने के साथ ही चुनाव में मैदान में उतरने वाली मुफ्ती परिवार की तीसरी पीढ़ी की नेता बन गई। इल्तिज़ा मुफ्ती ने जम्मू कश्मीर में पार्टी के गढ़ बिजबेहरा विधानसभा सीट से पीडीपी उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया अपनी मां महबूबा मुफ्ती समर्थकों के साथ इल्तिजा मुफ्ती ने बिजबेहरा विधानसभा सीट के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। इस सीट का प्रतिनिधित्व पिछले चार कार्यकाल से उनके परिवार के करीबी नेता अब्दुल रहमान वेरी कर रहे हैं ।
नामांकन दाखिल करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि वह विधानसभा में कश्मीर के लोगों के साथ अन्याय और उत्पीड़न का मुद्दा उठाएंगी।उन्होंने कहा मैं हमेशा सच्चाई के साथ खड़ी रही हूं और आगे भी ऐसा करती रहूंगी
नामांकन दाखिल करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि वह विधानसभा में कश्मीर के लोगों के साथ अन्याय और उत्पीड़न का मुद्दा उठाएंगी। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा सच्चाई के साथ खड़ी हूं और आगे भी ऐसा करती रहूंगी।
इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि यह उनके लिए बहुत ही भावुक क्षण है क्योंकि उसकी मां महबूबा मुफ्ती और नाना मुफ्ती मोहम्मद सईद ने भी पहली बार बिजबेहरा विधान सभा सीट से ही चुनाव लड़कर पहली बार चुनाव जीता था और विधानसभा में कदम रखा था। गौरतलब है कि मुफ्ती मोहम्मद सईद ने दक्षिण कश्मीर की सीट इस बिजबेहरा सीट से 1962 के चुनाव में जीत हासिल की थी, जबकि महबूबा मुफ्ती ने 1996 में इस सीट से जीत के साथ चुनावी राजनीति में कदम रखा था।