अखिलेश अखिल
पवन कल्याण। वही जो आंध्र के सुपर स्टार हीरो हैं। फिल्मों में उनकी खूब चलती है। लोग फ़िल्मी पर्दे पर उन्हें खूब पसंद भी करते हैं। मिजाज बदला तो पवन कल्याण ने राजनीतिक पार्टी बनाई। नाम रखा जन सेना पार्टी। जब पार्टी बनी तो लगा कि आंध्र प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ जाएगा। नयी राजनीति की शुरुआत होगी और जगन से लेकर चंद्रबाबू की राजनीति सिमट जाएगी। 2019 के विधान सभा चुनाव में पवन कल्याण की पार्टी दमखम के साथ मैदान में उतरी थी। उन्हें लगा था कि 40 सीटें भी पार्टी जीत जाएगी तो वे मुख्यमंत्री बन सकते हैं। मन में यही विचार था कि जब पड़ोसी राज्य कर्नाटक में कम सीट लाकर भी जेडीएस नेता मुख्यमंत्री बन सकते हैं तो वे क्यों नहीं ! लेकिन उनका सपना पूरा नहीं हुआ। ये बात आज भी उनके मन में बैठी हुई है।
अब अभिनेता और राजनेता पवन कल्याण ने कहा कि उनकी आंध्र प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा है। कर्नाटक का उदाहरण देते हुए कि जद-एस नेता एच.डी. कुमारस्वामी केवल 30 विधानसभा सीटें जीतकर मुख्यमंत्री बने, जन सेना पार्टी के नेता ने कहा कि अगर लोगों ने उन्हें 2019 में 40 सीटें दी होतीं, तो वे भी मुख्यमंत्री पद की मांग करते।
यहां मंगलागिरि में जेएसपी कार्यालय में संवाददाताओं से बात करते हुए अभिनेता-राजनेता ने कहा कि अगर वह मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं, तो ऐसा कहने में उन्हें संकोच नहीं होगा। देश की राजनीति ऐसे ही चल रही है। कई पार्टी कम सीट लेकर भी सीएम बनते रहे हैं। फिर वे क्यों नहीं बन सकते। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह तेलुगू देशम पार्टी या भारतीय जनता पार्टी से उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए नहीं कहेंगे। मैं अपनी ताकत दिखाऊंगा और पूछूंगा। आगे की लड़ाई जारी है। हम पूरी ताकत के साथ अगले चुनाव में उतरेंगे। हमें जनता पर पूरा भरोसा है।
बता दें कि पवन की पार्टी, जिसने 2019 के चुनावों में वाम दलों और बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन किया था, 175 सदस्यीय विधानसभा में सिर्फ एक सीट जीत सकी। अभिनेता खुद उन दोनों सीटों पर हार गए, जिन पर उन्होंने चुनाव लड़ा था। उन्होंने गुरुवार को स्पष्ट किया कि जेएसपी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के शासन को समाप्त करने के लिए प्रमुख दलों के साथ गठबंधन की तलाश कर रही है।