विकास कुमार
बीजेपी नेता पंकजा मुंडे नई मुसीबत में घिर गई हैं। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने दो सौ तीन करोड़ रुपए से ज्यादा की वसूली का नोटिस भेजा है। पंकजा मुंडे के परिवार के नियंत्रण वाली सहकारी चीनी मिल की ई-नीलामी के लिए एक नोटिस जारी किया गया है। बैंक की प्रकाशित नोटिस के मुताबिक वैद्यनाथ सहकारी चीनी कारखाने की ई-नीलामी 25 जनवरी को की जाएगी।
नीलामी नोटिस में मुंडे और कई अन्य व्यक्तियों के नाम का उल्लेख कर्जदार और गारंटी देने वालों के रूप में किया गया है। नोटिस के मुताबिक, बैंक के अहमदनगर क्षेत्रीय कार्यालय ने दो सौ तीन करोड़ रुपये का बकाया वसूलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पंकजा मुंडे ने पिछले साल सितंबर में जीएसटी विभाग से नोटिस मिलने की बात स्वीकार की थी। उन्होंने दावा किया था कि इस चीनी मिल को छोड़कर, कई अन्य मिलों को केंद्र सरकार से सहायता मिली है। पंकजा मुंडे ने कहा था कि इस चीनी मिल को उनके पिता गोपीनाथ मुंडे ने कठिन परिस्थिति में शुरू किया था, और कई कठिनाइयों के बावजूद उन्होंने इसे चलाया था। पंकजा मुंडे ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान स्थिति कठिन हो गई और अब कारखाना बैंक के कब्जे में है।
मुंडे परिवार के नियंत्रण वाली वैद्यनाथ सहकारी चीनी कारखाने की ई नीलामी की नोटिस को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि महाराष्ट्र की वर्तमान सरकार में बैठे कुछ नेता पंकजा मुंडे को किनारे लगाना चाहते हैं। इसलिए उनकी परिवार की स्वामित्व वाली चीनी मिल की नीलामी करवाई जा रही है।