न्यूज़ डेस्क
पाकिस्तान की सरकार के अहम साथियों ने पहली बार खुलेआम कहा है कि इस साल हुए पाकिस्तान के चुनाव में जमकर धांधली हुई। ये बयान पाकिस्तान की सरकार के साथी पीपीपी के नेता बिलावल भुट्टो ने दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के चुनाव में पारदर्शिता की काफी कमी थी।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने 2024 के आम चुनावों की पारदर्शिता की आलोचना करते हुए उन्होंने उन दावों का खंडन किया कि 8 फरवरी के चुनावों में पाकिस्तान के इतिहास में सबसे बड़ी धांधली देखी गई।
गौरतलब है कि यही आरोप पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और अदियाला जेल में बंद इमरान खान लगा रहे थे। ऐसे में पाकिस्तान के मामलों के जानकारों का कहना है कि इस मुद्दे पर इमरान खान को बिलावल भुट्टो का साथ मिलता दिख रहा है। क्वेटा में मीडिया से बातचीत करते हुए बिलावल ने कहा कि राजनेताओं को इस बात पर सहमत होने की जरूरत है कि चुनाव निष्पक्ष होना चाहिए और नतीजे को भी स्वीकार किया जाना चाहिए।
बिलावल भुट्टो ने अपने बयानों से एक और अटकल को हवा दे दी है वो ये कि पीएम शहबाज़ शरीफ की पार्टी से उनका गठबंधन ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। दरअसल बिलावल भुट्टो ने कहा कि पीपीपी ने पाकिस्तान की सरकार की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए ही शहबाज और नवाज़ शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज का समर्थन किया।
लेकिन उन्होंने दोनों पार्टियों के बीच हुए समझौतों को कायम रखने में पीएमएल-एन की विफलता पर असंतोष जताया। ऐसे में अब माना जा रहा है कि अगर अब गठबंधन में दरार और भी ज्यादा बढ़ी तो पाकिस्तान की सरकार गिरते देर नहीं लगेगी।
बता दें कि बिलावल भुट्टो की पार्टी ने शहबाज शरीफ की पार्टी से गठबंधन कर पाकिस्तान में सरकार बनाई है। क्योंकि इस साल हुए चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। हालांकि इमरान खान की पीटीआई 92 सीट लाकर पाकिस्तान की सबसे बड़ी पार्टी बनी थी।
लेकिन बहुमत ना होने के चलते बिलावल भुट्टो की पीपीपी और शहबाज़ शरीफ की PML-N ने गठबंधन की सरकार बना ली थी। जिसमें शहबाज़ शरीफ को दोबारा प्रधानमंत्री बनाया गया।