न्यूज डेस्क
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी 4 और 5 मई को भारत दौरे पर आएंगे। पाक विदेश मंत्री गोवा में आयोजित होने वाले विदेश मंत्रियों की शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ समिट) की बैठक में पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।
शंघाई सहयोग संगठन में चीन, रूस, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान और तजाकिस्तान शामिल थे। भारत और पाकिस्तान 2017 में एससीओ के पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल हुए। इस बार जबकि एससीओ की बैठक भारत में होना तय हुई तो पाकिस्तान ने ऐतराज जताया, लेकिन अब खबर है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो इस बैठक में हिस्सा लेंगे।
भारत ने किया आमंत्रित
एससीओ की अध्यक्षता कर रहे भारत ने इस बैठक के लिए पाकिस्तान को आमंत्रित किया था। इसके अलावा पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ को भी एससीओ की बैठक के लिए आमंत्रित किया गया है। इस ऐलान के बाद अब साफ हो गया कि आसिफ भी बैठक में हिस्सा लेंगे लेकिन यह भागीदारी वह आकर करेंगे या वर्चुअल, यह अभी तय नहीं है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के इस ऐलान को बिलावल समेत शहबाज सरकार के रुख में बड़ा बदलाव माना जा रहा है।
दरअसल, पाकिस्तान में बिलावल की यात्रा को लेकर दो फाड़ हो गया था। एक गुट चाह रहा था कि भारत के साथ खराब रिश्तों को देखते हुए केवल जूनियर अधिकारियों को भारत भेजा जाए। वहीं दूसरा पक्ष इससे सहमत नहीं था। इस गुट का कहना था कि एससीओ में चीन और रूस जैसे शक्तिशाली देश हैं, ऐसे में पाकिस्तान को इस मौके का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए करना चाहिए। पाकिस्तान कंगाली से जूझ रहा है और देश के डिफॉल्ट होने का खतरा मंडरा रहा है। अगर चीन ने अरबों डॉलर का ताजा लोन नहीं दिया होता तो पाकिस्तान अब तक डिफॉल्ट हो चुका होता।
2011 में हिना रब्बानी खार ने किया था भारत दौरा
अगर पाकिस्तानी विदेश मंत्री इस बैठक में भाग लेने आते हैं, तो यह 2011 के बाद से इस्लामाबाद की तरफ से किसी विदेश मंत्री की पहली भारत यात्रा होगी। 2011 में पाकिस्तानी विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने भारत का दौरा किया था। खार वर्तमान में विदेश मामलों की राज्यमंत्री के रूप में सेवारत हैं।
हालांकि, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ मई 2014 में तत्कालीन पीएम के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए भारत दौरे पर आए थे। इसके बाद दिसंबर 2015 में भारत की तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान का दौरा किया था और कुछ दिनों बाद पीएम मोदी ने पड़ोसी देश का संक्षिप्त दौरा किया था।