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ओवैसी की पार्टी मध्यप्रदेश में 50 सीटों पर चुनाव लडेगी ,कांग्रेस को होगा बड़ा नुकसान !

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अखिलेश अखिल
चुनावी राजनीति में जीत आसानी से नहीं होती ।कोई भी उम्मीदवार झटके में नही कह सकता कि उसकी जीत निश्चित है ।सामने कई बाधाएं होती है । बहुत से जातीय समीकरण होते हैं फिर धार्मिक खेल भी ।कई जगह चेहरों को राजनीति होती है तो कई जगह पार्टी का बैनर । कई जगह हिंदू मुस्लिम खेल होते हैं तो कई जगह दबंगई ।कही लेन देन का खेल चलता है तो कहीं विकास की कहानी ।फिर जिसके पास जीतने अधिक पैसे है परिणाम उसके मुताबिक होते हैं ।फिर भी जीत हार के दावे नही किए जा सकते ।

कर्नाटक के बाद मध्यप्रदेश ,छत्तीसगढ़ और राजस्थान में चुनाव होने हैं ।सभी पार्टियां खेल करने और परिणाम अपने पक्ष में करने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपना रही है ।मध्यप्रदेश में लंबे समय से बीजेपी को सरकार है ।यह प्रदेश संघ का भी गढ़ है ।लेकिन शिवराज सिंह चौहान का इकबाल अब पहले जैसा नही रहा ।पिछले चुनाव में कांग्रेस ने बेहतर प्रदर्शन भी किया ।सरकार भी बनाई लेकिन बीजेपी के खेल के आगे कांग्रेस टिक नही सकी ।फिर से बीजेपी सत्ता पर काबिज हो गई ।

इस बार फिर से कांग्रेस और बीजेपी में घमासान है ।लेकिन इस बार ओवैसी की पार्टी भी मैदान में ताल ठोक रही है ।ओवैसी के ऐलान से कांग्रेस की परेशानी बढ़ी है ।बीजेपी भी मुश्किल में है ।ओवैसी 50 सीट पर चुनाव लडेंगे इसका ऐलान हो चुका है । ओवैसी की पार्टी कितनी सीट जीतेगी अभी कुछ नही जा सकता लेकिन कांग्रेस के वोट में सेंध लगेगी इसका अनुमान तो लगाया ही जा सकता है ।

मध्य प्रदेश में असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) विधानसभा चुनाव-2023 में कांग्रेस का गणित बिगाड़ेगी। पार्टी ने प्रदेश की 230 सीटों में से 50 सीटों पर लड़ने की तैयारी की है। इसमें से 33 सीटों को चिन्हित भी कर लिया है, जहां मुस्लिम वोटरों की संख्या ज्यादा है। एआईएमआईएम प्रदेश में सक्रिय भी हो गई है। यहां पर सर्वे करके जिताओं उम्मीदवारों को तलाशा जा रहा है। इसमें जनता के बीच सक्रिय और जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश की जा रही है। इसमें जनता के बीच सक्रिय लोगों के साथ ही भाजपा और कांग्रेस पार्टी के लोकप्रिय असंतुष्ट नेताओं की जानकारी जुटाई जा रही है।

एआईएमआईएम ने प्रदेश की 33 सीटों को चुनाव लड़ने के लिए चिन्हित किया है। इसमें 15 सीटें अभी कांग्रेस अैर 18 सीटों पर भाजपा का कब्जा है।
सीट और मुस्लिम आबादी के हिसाब से देखें तो बीजेपी को बड़ा झटका लग सकता है ।अभी तक मुस्लिम वोटर कांग्रेस के साथ खड़े रहे हैं । इन सीटों की स्थिति को देखें तो साफ हो जाता है कि ओवैसी की पार्टी कांग्रेस को ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है । जिन सीटों को चिन्हित किया गया है उसकी सूची निम्न है _

ग्वालियर- 40045, ग्वालियर साउथ- – 38646, जबलपुर ईस्ट- 77951, जैतपुर शहडोल- 30212, जबलपुर नार्थ-32931, सिवनी- 35685, छिंदवाड़ा- 35546, परासिया-30518, सिरोंज- 34225, भोपाल उत्तर- 87587, नरेला-68288, भोपाल मध्य- 111139, आष्टा- 30895, नरसिंहगढ़- 34991, शाजापुर- 32356, कालापीपल- 30623, देवास-48391, खंडवा- 45950, बुरहानपुर-96900, धार-35133, इंदौर 4- 33007, इंदौर 1- 49518, इंदौर 5- 69484, महू- 36215, राऊ-33793, सांवेर राऊ- 40400, जावरा- 37734, मंदसौर- 44294, खरगोन- 40000, उज्जैन नार्थ- 35701, रतलाम- 51338, राजपुर-8000, ब्यावरा-16000 हे।

बता दें कि एआईएमआईएम का हाल ही में मुंबई में अधिवेशन हुआ था, जिसमें मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर भी चर्चा हुई। पार्टी ने विधानसभा चुनाव पूरी ताकत से लड़ने की तैयारी कर ली है। दरअसल नगरीय निकाय चुनाव में में पार्टी के कई जगह पार्षद बनें और कई सीटों पर उम्मीदवार नंबर-2 और नंबर-3 पर रहें। एआईएमआईएम ने महापौर चुनाव में कांग्रेस का बुरहानपुर और उज्जैन में गणित बिगाड़ा।

वहीं, 2023 के चुनाव में आम आदमी पार्टी भी भाजपा और कांग्रेस को चुनौती देने वाली है। सिंगरौली में महापौर का चुनाव जीत कर विंध्य में भाजपा की चिंता बढ़ा दी है। इसके अलावा बड़ी संख्या में आप के पार्षद भी चुनाव जीते है। कई जगह नंबर-दो पर रहें। अब पार्टी सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।

प्रदेश में 2003 में समाजवादी पार्टी के आठ विधायक चुनाव जीते थे। वहीं, गोड़वाना गणतंत्र पार्टी से तीन विधायक थे। सपा के 1998 में चार, 2008 और 2018 में एक-एक विधायक जीतें। गोड़ावाड़ा गणतंत्र पार्टी का जनाधार महाकौशल क्षेत्र से जुड़े आदिवासी बाहुल क्षेत्र में है। वर्तमान विधानसभा में 127 सदस्य भाजपा, 96 कांग्रेस, चार निर्दलीय, दो बहुजन समाज पार्टी और एक समाजवादी पार्टी से विधायक हैं।

कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि मौजूदा संवैधानिक व्यवस्था में हर राजनीतिक दल और व्यक्ति को चुनाव लड़ने का अधिकार है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में सभी का स्वागत है। जहां तक ओवैसी की पार्टी का प्रश्न है तो वह भाजपा की बी टीम के रूप में स्थापित हो चुकी हैं। आने वाले समय में ऐसे राजनैतिक दलों और व्यक्तियों की कलाई और भी खुलेंगी।

एआईएमआईएम के नेता पीरजादा तौकीर निजामी ने कहा कि आज जनता भाजपा और कांग्रेस का विकल्प देख रही है। हम पहली बार में 50 सीटों पर चुनाव लड़ेगे। इसके लिए जीताऊ सीटों पर हमारी टीमें काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, भाजपा की ए टीम है। उन्होंने कहा कि भाजपा देश में नफरत फैला रही है। बेरोजगारी, विकास, महंगाई के मुद्दे पर कोई सरकार बात नहीं करना चाह रही है ।

भाजपा प्रवक्ता पंकज चुतर्वेदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक ही पार्टी है, जो सिर्फ विकास और सबके विकास की बात करती है। ओवैसी और आम आदमी पार्टी के चुनाव लड़ने का सवाल है तो यह लोकतंत्र है। यहां पर सभी व्यक्ति और पार्टियों को चुनाव लड़ने का अधिकार है। जनता अपने मत से तय करेंगी कि कौन किसकी टीम है या नहीं हैं। भाजपा की सरकार ने बंटाधार मध्य प्रदेश को विकसित और समृद्ध प्रदेश बनाया है।

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