अखिलेश अखिल
तीन देशो की यात्रा पर गए पीएम मोदी अब भारत लौट गए हैं। पहले जापान गए ,फिर पापुआ न्यू गिनी ,फिजी और अंत में आस्ट्रेलिया। हर जगह भारत का डंका बजा और पीएम मोदी के जयकारे भी लगे। वहाँ मोदी को सम्मानित किया जा रहा था और भारत उस सम्मान से अभिभूत हो रहा था। मीडिया बेजोड़ कवरेज कर रही थी। बीजेपी का आईटी सेल उस सम्मान को भूतो न भविष्यति बता रहा था। लेकिन सच यही है कि बदलती राजनीति में भारत की हैशियत आज वहाँ तक पहुँच गई है जहां भारत को सम्मान मिलना अब कोई बड़ी बात नहीं। भारत बड़ा बाजार है और भारत अब विकास के पथ पर ग्रासर है। गरीबी में अमीरी की कहावत को भारत चरितार्थ करने वाला देश है। पिछले 75 सालों में देश के भीतर जो कुछ भी हुआ है अभी उसका चरम काल है। लेकिन झूठी राजनीति का खेल देखिये भारत की सभी उपलब्धि मौजूदा सरकार के नाम करने की कोशिश की जा रही है। पांच किलो अनाज पर जीने वाला भारत आज दुनिया में भारत को मिल रहे सम्मान से अचंभित है लेकिन देश के भीतर का सच क्या है यह कौन नहीं जानता ! हम भीतर से चाहे जितना भी कमजोर क्यों न हों लेकिन बाहर हनक बनी रहे। मौजूदा समय का खेल यही है। और यही से पाखंड की शुरुआत होती है।
लेकिन राजनीति का दूसरा नाम ही पाखंड है। यहाँ सच कहाँ ! कौन सच्चा है और कौन झूठा इसे परिभाषित कौन करेगा ? जब पीएम से लेकर चपरासी तक और आम कार्यकर्ता से लेकर पार्ट्री के अध्यक्ष तक झूठे बयान देते फिरते हों तो नैतिक -अनैतिक में भेद कहाँ ! संस्कार ,सदाचार ,आचरण और धार्मिक पाखंड पर चर्चा कौन करेगा ? क्या यह ताकत किसी भी पार्टी और उसके लोगों के पास है ? राजनीति इसे ही कहा जाता है और राजनीति का दूसरा नाम ही ठगी और बेईमानी है।
इधर पीएम मोदी की विदेश से वापसी के बाद अब कांग्रेस नेता राहुल गाँधी की बारी है। वे भी अमेरिका में तहलका मचाने जा रहे हैं। पहले अपने देश कर्नाटक में तहलका मचाया और अब ख़ुशी का उन्माद लिए अमेरिका में तहलका मचाएंगे। कांग्रेस की आईटी सेल भी इसकी तैयारी कर रही है। कांग्रेस का विदेशी विंग सक्रिय हो गया है। कैसे राहुल की बात को देश से लेकर संसार तक पहुँचाया जाए इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है। भला वे मोदी से पीछे कैसे रहेंगे ! पीएम मोदी देश के खर्च पर विदेश गए थे ,राहुल अपनी खर्च पर अमेरिका जा रहे हैं। दस दिनों की यह यात्रा है। पिछली बार ब्रिटेन गए थे तो लम्बे समय तक भारत में बवाल मचता रहा। उनकी सांसदी भी फिर चली गई। अब वे फ्री हैं। कोई जवाबदेही नहीं। कोई सांसदी का भार नहीं। बेलौस बोलते ,फिर बोलेंगे। भक्तों को मिर्ची फिर से लग सकती है।
तो कहानी ये है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 28 मई को अमेरिका जाने वाले हैं और 31 मई को स्टैनफोर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस में उनका टॉक शो का कार्यक्रम है। पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्र ने कार्यक्रम का विवरण साझा करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता 31 मई को शाम 5 बजे ‘द न्यू ग्लोबल इक्विलिब्रियम: टॉक बाय राहुल गांधी’ नामक कार्यक्रम में भाग लेंगे। कार्यक्रम स्टैनफोर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस के ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया है। वह 30 मई को कैलिफोर्निया में ‘मोहब्बत की दुकान’ कार्यक्रम में भी शामिल होंगे।
गौरतलब है कि कन्याकुमारी से श्रीनगर तक की अपनी पांच महीने की 3,900 किलोमीटर लंबी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान, राहुल गांधी जनता से जुड़ने के लिए नफरत के बाजार में, मोहब्बत की दुकान खोल रहा हूं कहते रहे हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, वह सैन फ्रांसिस्को में एक एनआरआई बैठक में भी हिस्सा लेंगे। पार्टी सूत्र ने बताया कि राहुल गांधी चार जून को न्यूयॉर्क में एक एनआरआई की सभा को भी संबोधित करेंगे।
इस साल की शुरुआत में राहुल गांधी ने यूके का दौरा किया था और कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था।
आस्ट्रेलिया में दिखा पीएम मोदी का जलवा ,अब कैलिफोर्निया में राहुल लगाएंगे मुहब्बत की दुकान
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