रांची (बीरेंद्र कुमार): प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने पूजा सिंगल प्रकरण में अपना रिपोर्ट राज्य सरकार को भेज दिया है। इसमें पूजा सिंघल द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए अपने और अपने परिवारिक सदस्यों के नाम अर्जित की गई संपत्ति का ब्यौरा दिया गया है। ईडी की रिपोर्ट में यह बताया गया है कि सी ए सुमन कुमार के ठिकानों से जब्त रुपए अवैध खनन से संबंधित हैं। इस राशि को अवैध खनन मामले में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। ऐसे में अब अवैध खनन मामले में भी पूजा सिंघल को अभियुक्त बनाया जा सकता है। पूजा सिंघल के अलावा तीन- चार जिला के खनन पदाधिकारियों को भी इस मामले में अभियुक्त बनाए जाने की संभावना है।
ईडी द्वारा राज्य सरकार को भेजे गए रिपोर्ट के साथ एमपी -एमएलए कोर्ट में पूजा सिंघल व अन्य के खिलाफ दायर आरोप पत्र की प्रतिलिपि भी संलग्न किया गया है। पूजा सिंघल के द्वारा नाजायज कमाई को जायज करार देने के लिए अपनाए गए हथकंडे और पैसों को इधर-उधर भेजने से संबंधित एक ब्यौरा भी राज्य सरकार को भेजा गया है। ईडी की ओर से भेजे गए रिपोर्ट में कहा गया है कि पूजा सिंघल मामले की जांच मनरेगा घोटाले के सिलसिले में खूंटी जिले में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर शुरू की गई थी, लेकिन छापेमारी के दौरान अवैध खनन के सहारे जुटाए गए 17 करोड़ से भी अधिक की राशि जब्त किए जाने के कारण अब इस मामले को अवैध खनन घोटाले में भी शामिल कर लिया जाएगा।
कैसे होता था चैट!
इस रिपोर्ट में सी ए सुमन कुमार के मोबाइल फोन से मिले चैट का भी ब्यौरा दिया गया है। चैट में जिला खनन पदाधिकारियों और सी ए सुमन कुमार के बीच रुपयों के लेनदेन के लिए कोड वर्ड का सहारा लिया जाता था। जिला खनन पदाधिकारियों द्वारा भेजे गए मैसेज में ’20 किलो भेज दिया,”5 किलो भेज दिया ” जैसे वाक्यों का इस्तेमाल हुआ है,वही सी ए सुमन कुमार द्वारा भेजे गए मैसेज में “20 किलो मिला” , “10 किलो मिला” “5 किलो मिला” जैसे वाक्यो को लिखा गया है। ईडी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है की सी ए सुमन कुमार और जिला खनन पदाधिकारियों द्वारा इस्तेमाल किए गए ” किलो” शब्द का अर्थ लाख रुपया है। जिला खनन अधिकारियों ने पूछताछ के दौरान सी ए सुमन कुमार को रुपया भेजने और “लाख “के बदले किलो शब्द का इस्तेमाल करने की बात स्वीकार कर ली है।