न्यूज डेस्क
भारतीय रेलवे एशिया का दूसरा और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। भारत में रेलवे स्टेशनों की कुल संख्या करीब आठ हजार है। भारत में हर दिन करीब ढाई करोड़ लोग ट्रेनों में यात्रा करते हैं। ऐसे में भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए एक योजना लेकर आया है, उसके अनुसार वेटिंग टिकट अब गुजरे दिन की बात हो जाएगी। क्योंकि भारतीय रेलवे सभी यात्रियों को कंफर्म टिकट देने की तैयारी कर रहा है।
मतलब साफ है कि अब आपको कंफर्म टिकट के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इसके लिए रेलवे ने एक समय सीमा भी तय कर दी है। निर्धारित समय सीमा के बाद ट्रेनों में सफर करने वाले यात्री अपनी-अपनी सीटों पर आराम से बैठकर अपने गंतव्य तक जा सकेंगे। इस कड़ी में एक बड़े प्लान पर तैयारी शुरू हो चुकी है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दावा किया है कि जल्द ही वेटिंग लिस्ट का झंझट पूरी तरह खत्म हो जाएगा। यात्रियों को जब चाहेंगे, तब कंफर्म टिकट मिल जाएगी।
एक रिपोर्ट के मुताबिक रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि रेल यात्रियों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है और हमारी कोशिश हर किसी को कंफर्म सीट उपलब्ध कराने की है। इसके लिए नई ट्रेनें खरीदने पर तेजी से काम हो रहा है और इस पर कुल 1 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसका आवंटन अगले 4 से 5 साल में किया जाएगा और ट्रेनों की संख्या भी अगले 10 से 15 साल में बढ़ जाएगी।
वर्तमान में रोजाना 2 करोड़ से ज्यादा यात्री ट्रेनों में सफर करते हैं। इसके लिए रेलवे 10,754 ट्रेनें रोज दौड़ाता है। अगर 3,000 ट्रेनें और जोड़ दी जाएं तो देश में वेटिंग लिस्ट का झंझट खत्म हो जाएगा। हालांकि पहले के मुकाबले अब तक 568 ट्रेनों का फेरा बढ़ाया भी जा चुका है, लेकिन सालाना करोड़ों यात्रियों को ढोने के लिए यह पर्याप्त नहीं है। रेलवे का अनुमान है कि 2030 तक ट्रेनों के जरिये सालाना 1,000 करोड़ लोग यात्रा करने लगेंगे, तब ट्रेनों की संख्या बढ़ाना भी जरूरी है। ट्रेनों की संख्या में 30 फीसदी इजाफा होने के साथ ही वेटिंग लिस्ट पूरी तरह खत्म हो जाएगी। फिर न तो त्योहारों पर दिक्कत होगी और न ही पीक ऑवर में भागदौड़। आप आराम से अपने गंतब्य तक पहुंच पाएंगे।