न्यूज़ डेस्क
6 दिसंबर को इंडिया गठबंधन की बैठक होगी। इस बैठक में कितने नेता शामिल होते हैं यह देखने की बात है। सपा मुखिया अखिलेश यादव इस बैठक में आते हैं या नहीं यह भी देखने की बात होगी और फिर इस बैठक में नीतीश कुमार को लेकर क्या रणनीति बनती है यह भी देखनी की बात होगी। नीतीश इंडिया गठबंधन के सूत्रधार रहे हैं। पहले इस बात की सम्भावना थी कि कुमार को इंडिया गठबंधन का संयोजक बनाया जायेगा लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ। लेकिन अब जब चार राज्यों के चुनाव परिणाम में तीन राज्यों में कांग्रेस की हार के बाद क्या कुछ होता है इस पर सबकी निगाह है।
जानकार मान रहे हैं कि अब कांग्रेस के सामने कोई बड़ा विकल्प नहीं है। अगर इन चार राज्यों के चुनाव में कम से कम दो राज्यों में भी कांग्रेस की सरकार बन जाती तो कांग्रेस का दबदबा बना रहता लेकिन अब ऐसा नहीं है। ऐसे में अब सीट शेयरिंग को लेकर गठबंधन के बी हीटर जो खेल शुरू होगा उसे देखने की जरूरत होगी।
चार राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजों के बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे अगले साल होने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं।खबर है कि मल्लिकार्जुन खरगे ने इंडिया गठबंधन की बैठक बुलाई है। ये बैठक 6 दिसम्बर को राजधानी दिल्ली में होगी। इस बैठक में पूरे घटक दलों के बजाए समन्वय समिति में शामिल दलों के नेता शामिल होंगे।
जिसमें लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। माना जा रहा हा कि चार राज्यों के नतीजों का असर इंडिया गठबंधन के समीकरण पर भी पड़ सकता है। दरअसल सीट बंटवारे को लेकर इंडिया गठबंधन में भी तालमेल नहीं बैठ पा रहा है।विधानसभा चुनाव से पहले ही समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सीटों के बंटवारे को लेकर बात करना चाह रही थी। लेकिन उस समय कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव का हवाला देकर बात टाल दी थी।
उधर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इंडिया गठबंधन में 2024 के एजेंडे पर कांग्रेस के हल्के रुख पर सवाल उठा रहे थे। नीतीश ने खुले मंच से कह दिया था कि कांग्रेस राज्यों के चुनावों में व्यस्त हैं। लेकिन अब जब सब कुछ साफ़ हो गया है कांग्रेस को आगे की रणनीति बनाने के लिए इंडिया गठबंधन को मजबूत करने की जरूरत है।
अब जबकि विधानसभा चुनावों के नतीजे आ गए हैं, इस बीच खरगे ने लोकसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन के नेताओं की बैठक बुला ली है।