आज से 51 साल पहले, हिंदी सिनेमा ने एक ऐसे सुपरस्टार का स्वागत किया, जिसका सितारा फिल्मी पर्दे पर आते ही चमकने लगा था।ऋषि कपूर ने फिल्म बॉबी से अपना डेब्यू किया था, और इस फिल्म ने 28 सितंबर 1973 को थिएटर्स में धमाल मचा दिया था मानो हिंदी सिनेमा को उसका अगला सुपरस्टार मिल गया ।
फिल्म बॉबी ने अपने पहले दिन पर 11 लाख रुपये की कमाई की, जो उस समय की सबसे बड़ी ओपनिंग्स में से एक थी। यह फिल्म 1973 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी, जिसने बॉक्स ऑफिस पर 6 करोड़ रुपये की कमाई की।महज 1.25 करोड़ रुपये के बजट में बनी इस फिल्म ने 400% का प्रॉफिट कमाया। वर्ल्ड वाइड लेवल पर फिल्म ने 29 करोड़ रुपये की कमाई की।
मुंबई. ‘हम तुम एक कमरे में बंद हो’, ‘मैं शायर तो नहीं’, ‘झूठ बोले कौवा काटे’ जैसे गानों की बात करें तो आपको फिल्म ‘बॉबी’ (Bobby) याद आ गई होगी. एक ऐसी क्लासिक म्यूजिकल ड्रामा जो 70 के दशक की ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी. साथ ही यह राज कपूर (Raj Kapoor) के लिए किसी चमत्कार जैसी थी क्योंकि इससे पहले वे कर्ज में डूबे हुए थे. वहीं, दूसरी और इस फिल्म के बाद राज कपूर और प्राण (Pran) की सालों पुरानी दोस्ती में दरार आ गई थी।
फिल्म मेरा नाम जोकर में राज कपूर ने अपनी पत्नी कृष्णा के गहने तक बेच डाले थे।इसके अलावा उन्होंने बड़ी रकम कर्ज के रूप में भी लिए थे।यह फिल्म फ्लॉप हो गया,जिसके बाद कर्ज अदायगी में विफल रहने पर तो राज कपूर बदनाम हुए ही फिल्म में निर्माता ,निर्देशक ,नायक हर रूप में उनकी प्रतिष्ठा दांव पर लग गई थी।तब इसकी भरपाई के लिए उन्होंने एक दूसरी फिल्म बनाने की ठानी।लेकिन कर्ज में डूबे राजकपूर के पास अगली कोई फिल्म बनाने के लिए पैसे नहीं थे।लिहाजा उन्होंने कम खर्च में ‘बॉबी’ बनाने की ठानी थी।कहानी का चुनाव जानबूझ कर ऐसा किया गया था कि दर्शक उसे देखने के लिए टूट पडे और इसके लिए सबसे पहले अपने बेटे ऋषि कपूर को लॉन्च करने का फैसला किया।
ऋषि कपूर को लॉन्च करने के पीछे का मकसद केवल पैसा था. क्योंकि किसी बड़े स्टार को देने के लिए राज कपूर के पास पैसे नहीं थे।नई अभिनेत्री डिंपल कपाड़िया का चुनाव भी आसानी से हो गया।वहीं रिश्तेदार प्रेमनाथ और साथी कलाकार प्रेम चोपड़ा ने मुफ्त में काम करने पर सहमति जता दी।दोस्ती की खातिर प्राण ने भी जो उस समय फिल्मों में काम करने के लिए 2 लाख रुपया लेते थे,महज 1 रुपया में काम करने को तैयार हो गए।
फिर वह वक्त आया-जब ‘बॉबी’ बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हुई।ऋषि कपूर और डिंपल कपाड़िया की मॉडर्न ड्रेस वाले पोस्टर ने तहलका मचा दिया।हर तरफ इस फिल्म के गाने गूंजने लगे। ऋषि कपूर और डिंपल कपाड़िया के निभाये किरदारों की प्रेम कहानी सबकी जुबान पर छा गई और देखते ही देखते फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हो गई।
इस फिल्म के हिट होने की कई वजहें थीं। उसमें एक बड़ी वजह यह थी कि उसे समय तक जो प्रेम आधारित फिल्में बनती थी, उसमें वे हीरो – हीरोइन काम किया करते थे जिनकी प्यार करने की उम्र कब की निकल गई थी, ऐसे में जब एक नवयुवक और नवयुवती के रूप में ऋषि कपूर और डिंपल कपाड़िया की फिल्म बॉबी आई तो उसमें लोगों को बेहतर इमोशन नजर आए और लोगों में फिल्म बॉबी देखने की होड़ मच गई।
भारतीय सिनेमा के शोमैन कहे जाने वाले राज कपूर ने “बॉबी” का निर्देशन बहुत ही खूबसूरती और दूरदर्शिता के साथ किया। उनका निर्देशन उनकी पिछली फिल्मों से हटकर था और उन्होंने अधिक युवा और समकालीन कथा की ओर कदम बढ़ाया। राज कपूर की युवा प्रेम, विद्रोह और सामाजिक संघर्षों के सार को पकड़ने की क्षमता उल्लेखनीय थी। उन्होंने रोमांस और ड्रामा को बखूबी संतुलित किया, जिससे “बॉबी” एक आकर्षक सिनेमाई अनुभव बन गई।
बॉबी फिल्म की कहानी की बात करें तो यह भी लाजवाब और सामयिक था।बॉबी (डिंपल कपाड़िया )का प्रेमी राज( ऋषि कपूर), जिसके लिए पैसों से ज्यादा अपने माता-पिता के समय का महत्व रहता है, जो दब्बू किस्म का है लेकिन बॉबी से दोस्ती के बाद उसकी शख्सियत बदलने लगती है।
राज के पिता रामनाथ (प्राण) और सुषमा नाथ (सोनिया साहनी) जो समाज के उच्च वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं। जिनके लिए हर बात स्टेटस सिंबल रहती है। वहीं बॉबी के पिता जैक ब्रैंगेंजा (प्रेमनाथ), जो हर हाल में खुश है और दिखावे में उसका जरा भी विश्वास नहीं है। मिसेज ब्रैगेंजा (दुर्गा खोटे) राज की परवरिश नौकरी नहीं बल्कि अपना बेटा मान कर करती हैं।
छोटे से रोल में प्रेम चोपड़ा जो ‘प्रेम नाम है मेरा… प्रेम चोपड़ा’ बोल कर दर्शकों को दहला देते हैं कि यह बच्चों के बीच आकर न जाने अब क्या करेगा।
इस फिल्म में भले ही डिंपल कपाड़िया यानी बॉबी एक बिंदास लड़की के रूप में नजर आती है लेकिन उसके बावजूद आज के जमाने की तरह वह मनमुटाव की स्थिति में तलाक देखने के लिए कोर्ट नहीं जाती है बल्कि अपने मायके जाने की बात करती है ताकि बाद में स्थिति को सुधारा जा सके और इसे देखकर एक बड़ा ही मनमोहक गाना फिल्म में आया है झूठ बोले कौवा काटे जिसने इस फिल्म की लोकप्रियता को और ज्यादा बढ़ा दिया।
फिल्म बॉबी के रिलीज होने के पहले ही डिंपल ने सुपरस्टार राजेश खन्ना से शादी कर सभी को चौंका दिया। डिंपल ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि बॉबी इतनी कामयाब होगी कि दर्शक उन्हें पचास साल बाद भी बॉबी के रूप में याद करेंगे।
फिल्म बॉबी कॉमेडी अपार सफलता ने राज कपूर को न सिर्फ आर्थिक तंगी से निजात दिला दी बल्कि उनके खोए हुए विश्वास और फिल्मी दुनिया में उनके साथ में भी जबरदस्त इजाफा हुआ। लेकिन इस बीच राज कपूर को एक बड़ा नुकसान भी उठाना पड़ा। उनका जिगरी दोस्त प्राण जिसने मां ₹1 लेकर इस फिल्म में काम किया था वह इसे नाराज होंगे।
दरअसल फिल्म बॉबी की सफलता से जब राज कपूर की आर्थिक स्थिति अच्छी हो गई तो उन्होंने प्राण को ₹1लाख का चेक भिजवा दिया। प्राण को राज कपूर द्वारा इस प्रकार से भिजवाया गया ₹1 लाख के चेक से बड़ा खटका लगा ।एक तो इस समय तक प्राण की एक फिल्म की फीस₹3 लाख हो गई थी और दूसरा यह कि उन्होंने दोस्ती के नाम पर 1 रुपया लेकर इस फिल्म में काम किया था। प्राण को दोनों ही तरफ से इसमें घाटा नजर आया,फिर उन्होंने राज कपूर को यह चेक वापस करते हुए उनसे दोस्ती भी तोड़ दी।