न्यूज़ डेस्क
पीएम मोदी ने आज तीसरी बार वाराणसी से नामांकन तो भर दिया लेकिन इसके साथ ही एक अलग तरह की राजनीति भी शुरू हो गई है। मोदी के नामांकन में एनडीए के सभी घटक दाल के नेता पहुंचे थे लेकिन बिहार के सीएम नीतीश कुमार नहीं पहुँच सके। नीतीश की अनुपस्थति के बाद कयासों का दौर शुरू हो गया है। कई लोग अब यह कहने लगे हैं कि क्या बिहार एनडीए ने सब कुछ ठीक नहीं है ?
आज गंगा सप्तमी के पावन अवसर पर प्रधानमंत्री ने सुबह सबसे पहले दशाश्वमेध घाट पर गंगा पूजन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री स्वामी विवेकानंद क्रूज पर दशाश्वमेध घाट से गंगा विहार करते हुए आदिकेशव घाट तक गए, फिर नमो घाट पर उतरे। नमो घाट से प्रधानमंत्री मोदी सीधे काशी के कोतवाल काल भैरव बाबा के दर्शन-पूजन व आरती करने पहुंचे। यहां उन्होंने बाबा से अनुमति व आशीर्वाद लिया, फिर कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां तीसरी बार काशी से पीएम मोदी ने नामांकन किया।
पीएम के नामांकन कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा, गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल, छत्तीसगढ़ के विष्णु देव साय, मध्य प्रदेश के मोहन यादव, राजस्थान के भजनलाल शर्मा, महाराष्ट्र के एकनाथ शिंदे, हरियाणा के नायब सिंह सैनी, केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, हरदीप पुरी, पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, लोजपा प्रमुख चिराग पासवान, जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा, यूपी में एनडीए के घटक लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी, अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल, निषाद पार्टी के संजय निषाद, सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर, पशुपति पारस आदि की मौजूदगी रही।
एनडीए के बाकि दलों के नेताओं की तरह बिहार के सीएम नीतीश कुमार को भी आज पीएम मोदी के नामांकन कार्यक्रम में शामिल होना था। लेकिन वो अस्वस्थ हो गए और इस वजह से उनके सारे कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया। बता दें कि मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी मंजू सिन्हा की पुण्यतिथि भी 14 मई को है। सीएम नीतीश उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने प्रति वर्ष पटना के कंकड़बाग स्थित मंजू सिन्हा स्मृति पार्क जाते रहे हैं।